ग्रहण एक खगोलीय घटना है। अंतिरिक्ष में होने वाली इस घटना का असर पृथ्वी पर भी देखने को मिलता है। ग्रहण दो प्रकार के होते है। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण।
Grahan 2022 : ग्रहण एक खगोलीय घटना है। अंतिरिक्ष में होने वाली इस घटना का असर पृथ्वी पर भी देखने को मिलता है। ग्रहण दो प्रकार के होते है। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण। दोनों को ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिष में ग्रहणों को अशुभ माना गया है। साल 2022 में कुल 4 ग्रहण लगेंगे। इनमें से 2 सूर्य ग्रहण हैं और 2 चंद्र ग्रहण हैं।
पहला ग्रहण
साल का पहला ग्रहण सूर्य ग्रहण होगा। यह 30 अप्रैल 2022 को लगे्गा।
ग्रहण काल: दोपहर 12:15 बजे से शाम 04:07 बजे तक रहेगा।
यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण पृथ्वी के दूसरे भूभाग पर दिखाई देगा। यह दक्षिण-पश्चिम अमेरिका, प्रशांत अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा।
दूसरा ग्रहण
साल का दूसरा ग्रहण चंद्र ग्रहण होगा। साल 2022 का दूसरा ग्रहण और पहला चंद्र ग्रहण 16 मई को लगेगा।
ग्रहण काल: सुबह 07:02 बजे से दोपहर 12:20 बजे तक होगा
यह भी भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पैसिफिक, अटलांटिक, अंटार्कटिका, हिंद महासागर में देखा जा सकेगा।
तीसरा ग्रहण
साल 2022 का तीसरा ग्रहण और दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा।
ग्रहण काल: शाम 04:29 बजे से 05:42 बजे तक रहेगा।
यह भी भारत में दिखाई नहीं देगा
चौथा ग्रहण
साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लगेगा।
ग्रहण काल: दोपहर 01:32 बजे से शाम 07:27 बजे तक रहेगा
यह पूर्ण चंद्र ग्रहण रहेगा और भारत में दिखाई देगा। लिहाजा इसका सूतक काल मान्य रहेगा।