पीएम मोदी ने आगे कहा कि, एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि अगले 10 साल में गुड गवर्नेंस, विकास, नागरिकों के जीवन में क्वॉलिटी ऑफ लाइफ...मेरा व्यक्तिगत रूप से एक ड्रीम है। सामान्य मानवी के जीवन में से सरकार की दखल जितनी कम होगी, उतनी ही लोकतंत्र की मजबूती होगी।
NDA Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने घटक दलों का आभार जताया और विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने ईवीएम को लेकर विपक्षी दलों को निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, मेरे लिए खुशी की बात है कि इतने बड़े समूह को आज मुझे यहां स्वागत करने का मौका मिला है। जो साथी विजयी होकर आए हैं वो सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं, लेकिन जिन लाखों कार्यकर्ताओं ने दिन-रात परिश्रम किया है। इतनी भयंकर गर्मी में हर दल के कार्यकर्ता ने जो पुरुषार्थ और परिश्रम किया है, मैं आज उनको सिर झुकाकर नमन करता हूं।
उन्होंने आगे कहा, हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि एनडीए को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उनको सेवा करने का मौका दिया है। हमारा ये अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है। हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में pre poll alliance इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है। एनडीए के सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है। ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड… वैसा ये समूह है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि अगले 10 साल में गुड गवर्नेंस, विकास, नागरिकों के जीवन में क्वॉलिटी ऑफ लाइफ…मेरा व्यक्तिगत रूप से एक ड्रीम है। सामान्य मानवी के जीवन में से सरकार की दखल जितनी कम होगी, उतनी ही लोकतंत्र की मजबूती होगी।
साथ ही कहा, 4 जून के पहले ये लोग (इंडी गठबंधन) ईवीएम को लगातार गाली दे रहे थे और ये लोग तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास ही उठ जाए। मुझे तो लगता था कि इस बार ये लोग ईवीएम का अर्थी जुलूस निकालेंगे, लेकिन 4 जून को शाम आते-आते उनको ताले लग गए… ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है। इसके साथ ही कहा, 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को भी नहीं छू पाई।
अगर मैं एक तरफ NDA रखूं और दूसरी तरफ भारत के लोगों के सपने और संकल्पों को रखूं तो मैं कहूंगा… NDA…N- New India, D- Develop India, A- Aspirational India…इन सपनों और संकल्पों को पूरा करना…ये हम सबका संकल्प भी है, कमिटमेंट भी है और हमारे पास रोडमैप भी है।