कई राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड में जुकाम, खांसी, सर्दी बंद नाक और सीने में बलगम जमा होने लगता है। सर्दियों में ये समस्याएं बेहद आम है। सर्दी जुकाम होने पर सबसे बड़ी दिक्कत नाक का बार-बार बंद हो जाना है और इससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है।
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जुकाम और नाक बंद होने की वजह से सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है। ऐसे में चैन की नींद आना भी चुनौती से कम नहीं है। आज हम आपको बंद नाक को खोलने के लिए ऐसे काढे के बारे में बताने जा रहे है। जिससे आपको जुकाम में आराम मिल सकता है।
साथ ही सीने में जमा बलगम और बदन दर्द को भी ठीक करने में मदद कर सकती है। इस काढ़े को बनाने के लिए हल्दी, अदरक, पांच से छह तुलसी की पत्तियां, दो लौंग को दो कप पानी में डालकर उबालें। फिर इसे छानकर गर्म गर्म चाय की तरह ही पी लें।
काढे में पड़ी अदरक में जिंजरोल पाया जाता है जो नाक की सूजन को कम करने में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण यह सर्दी-जुकाम और खांसी से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है,जो बंद नाक को खोलने में मदद कर सकता है। साथ ही हल्दी गले की सूजन को कम करती है और नाक में जमा बलगम को कम करती है।
हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-एलर्जिक गुण होते हैं। यह बंद नाक से राहत दिलाता है। तुलसी में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और जिंक होता है। यह इम्युनिटी को मजबूत करता है और मौसमी संक्रमण से बचाने में मदद करता है। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण भी होते हैं। वहीं लौंग बंद नाक को खोलती है और सांस लेना भी आसान बनाती है।