कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार थमते ही लोगों ने लारवाही शुरू कर दी है। इस लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण का खतरा फिर से बढ़ गया है। इसको लेकर चिंताई जताई जा रही है। साथ ही लोगों से कोविड के नियमों को पालन करने क निर्देश दिए जा रहे हैं। बावजूद इसके लोग लापरवाही करते हुए दिख रहे हैं।
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार थमते ही लोगों ने लारवाही शुरू कर दी है। इस लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण का खतरा फिर से बढ़ गया है। इसको लेकर चिंताई जताई जा रही है। साथ ही लोगों से कोविड के नियमों को पालन करने क निर्देश दिए जा रहे हैं। बावजूद इसके लोग लापरवाही करते हुए दिख रहे हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सरकार और लोगों के ढिलाई बरतने तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन किये बगैर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने को लेकर सोमवार को चिंता प्रकट की। साथ ही, कहा कि ये घटनाएं महामारी की तीसरी लहर का मुख्य कारण बन सकती हैं।
आईएमए ने एक बयान में कहा कि पर्यटकों का आगमन, तीर्थयात्राएं, धार्मिक उत्साह जरूरी हैं लेकिन कुछ और महीने इंतजार किया जा सकता है। चिकित्सकों के संगठन ने कहा कि वैश्विक साक्ष्य और किसी भी महामारी के इतिहास से यह पता चलता है कि तीसरी लहर अवश्यंभावी और आसन्न’ है।
आईएमए ने कहा इनकी इजाजत देना और लोगों को टीका लगवाए बगैर इस भीड़भाड़ में शामिल होने देना कोविड की तीसरी लहर में बड़ा योगदान दे सकता है।