Inauguration of Jagannath Temple Corridor: ओडिशा (Odisha) की नवीन पटनायक सरकार (Naveen Patnaik Government) ने पुरी में श्री मंदिर प्रोजेक्ट (Shree Mandir Project) पूरा कर लिया है। अब 15 से 17 जनवरी के बीच जगन्नाथ मंदिर कॉरिडोर (Jagannath Temple Corridor) का भव्य उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए चार धाम समेत दुनियाभर के 1000 से अधिक प्रमुख हिन्दू मंदिरों को न्यौता भेजा गया है। इसके अलावा नेपाल के राजा को भी निमंत्रण भेजा गया है, जिन्हें जगन्नाथ मंदिर में विशेष अधिकार प्राप्त हैं।
Inauguration of Jagannath Temple Corridor: ओडिशा (Odisha) की नवीन पटनायक सरकार (Naveen Patnaik Government) ने पुरी में श्री मंदिर प्रोजेक्ट (Shree Mandir Project) पूरा कर लिया है। अब 15 से 17 जनवरी के बीच जगन्नाथ मंदिर कॉरिडोर (Jagannath Temple Corridor) का भव्य उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए चार धाम समेत दुनियाभर के 1000 से अधिक प्रमुख हिन्दू मंदिरों को न्यौता भेजा गया है। इसके अलावा नेपाल के राजा को भी निमंत्रण भेजा गया है, जिन्हें जगन्नाथ मंदिर में विशेष अधिकार प्राप्त हैं।
ओडिशा सरकार (Odisha Government) के श्री मंदिर प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य 12वीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर के चारों ओर के गलियारे को एक आधुनिक तीर्थस्थल बनाना है। इस कॉरिडोर में 6,000 भक्तों के एक साथ खड़े होने की क्षमता होगी। साथ ही सामानों की स्क्रीनिंग सुविधा, लगभग 4,000 परिवारों के सामान रखने के लिए अलमारी, पीने का पानी, शौचालय, हाथ/पैर धोने की सुविधा, आश्रय मंडप, हाईटेक कार पार्किंग, पुलिस और फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी परिस्थितियों के लिए गाड़ियों की सुविधा सहित कई आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट में 943 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसमें 7 मीटर का हरा बफर जोन और 10 मीटर का पैदल यात्री यात्री क्षेत्र है, जिसका उपयोग मंदिर की परिक्रमा के लिए किया जाएगा।
मंदिर के मु्ख्य प्रशासक रंजन कुमार दास (Ranjan Kumar Das) ने बताया कि 15 जनवरी से शुरू होने वाले तीन दिवसीय उद्घाटन समारोह के लिए ओडिशा में 857 मंदिरों को आमंत्रित किया जा रहा है, जबकि वैष्णो देवी (Vaishno Devi), कामाख्या मंदिर (Kamakhya Temple) और शिरडी साईं मंदिर (Shirdi Sai Temple) सहित 180 प्रमुख भारतीय मंदिरों को भी आमंत्रित किया गया है। नेपाल के राजा को भी निमंत्रण भेज रहे हैं, जिन्हें जगन्नाथ मंदिर में विशेष अधिकार प्राप्त हैं। अन्य देशों के प्रमुख हिंदू मंदिरों को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान चौबीसों घंटे ढोल-नगाड़ों के बीच भजन-कीर्तन किया जाएगा। सरकार ने एक अतिथि सूची तैयार की है जिसमें कई वीआईपी, कॉर्पोरेट दिग्गज और मशहूर हस्तियां शामिल हैं।