प्रदेश में डॉक्टर मोहन यादव सरकार द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है लेकिन बताया जा रहा है कुछ जिलों में प्रशासनिक अधिकारी नेतागिरी कर रहे है और इस कारण ही अभी मौजूदा स्थिति में अभियान कहीं पिछड़ रहा है तो कहीं प्रगति हो रही है।
भोपाल। प्रदेश में डॉक्टर मोहन यादव सरकार द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है लेकिन बताया जा रहा है कुछ जिलों में प्रशासनिक अधिकारी नेतागिरी कर रहे है और इस कारण ही अभी मौजूदा स्थिति में अभियान कहीं पिछड़ रहा है तो कहीं प्रगति हो रही है।
जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार शाजापुर जिला नंबर वन पर है जबकि बुराहनपुर अभियान के कायों में बुरी तरह से पिछड़ गया है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर मध्य प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत 30 मार्च से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के काम किया जा रहे हैं। 2 अप्रैल 2025 तक की स्थिति में शाजापुर नंबर वन पर चल रहा है, दूसरे नंबर पर विदिशा है और सबसे खराब प्रदर्शन बुरहानपुर का है।
शाजापुर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में 1800 कार्यों का लक्ष्य निर्धारित किया गया। जिले में वॉटर शेड कार्य, 19 प्रमुख नदियों के उद्गम क्षेत्रों में साफ-सफाई, 87 पुराने तालाबों की सफाई की कार्य योजना तैयार की गयी। जिले की 352 ग्राम पंचायतों में पानी चौपाल की शुरूआत कर दी गयी है। जल गंगा संवर्धन अभियान की शुरूआत से बुरहानपुर में सिंचाई परियोजना के कार्य में तेजी लायी गयी है। जिले की प्रमुख सिंचाई योजना पांगरी से 4400 हैक्टेयर भूमि सिंचित होगी। जिले की 112 करोड़ 50 लाख रुपये की सिंचाई परियोजना से 15 गाँव के लगभग 3200 किसान लाभान्वित होंगे। जल संसाधन विभाग द्वारा 44 तालाब संचालित किये जा रहे हैं। ग्रामीणों को जल संरचनाओं की सफाई कार्य के महत्व के बारे में बताया गया।