माघ मास की महिमा न्यारी है। प्रयागराज में संगम तट पर कल्पवास की गौरवशाली परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस मास में पवित्र नदियों में स्नान, सूर्य उपासना और दान का बहुत महत्व बताया गया है।
Magh Month 2022 : माघ मास की महिमा न्यारी है। प्रयागराज में संगम तट पर कल्पवास की गौरवशाली परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस मास में पवित्र नदियों में स्नान, सूर्य उपासना और दान का बहुत महत्व बताया गया है। इस बार माघ मास की शुरुआत 18 जनवरी से हो रही है। जिसका समापन 16 फरवरी, 2022 को होगा।मान्यता है कि माघ मास का संबंध भगवान कृष्ण के माधव स्वरूप से है। जानते हैं कि पवित्र माघ मास की महिमा क्या है और इस दौरान क्या करना शुभ होता है। इस माह में माघ पूर्णिमा व माघी अमावस्या के दिन का स्नान पवित्र माना जाता है।
18 जनवरी को शुरू होगा माघ माह।
21 जनवरी- माह का पहला व्रत सकट चौथ या लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी।
23 जनवरी- सुभाष चंद्र बोस जयंती है।
25 जनवरी- कालाष्टमी है (काल भैरव भगवान की पूजा-उपासना का दिन)।
26 जनवरी- गणतंत्र दिवस।
28 जनवरी- षटतिला एकादशी।
30 जनवरी- मेरु त्रयोदशी, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि और गांधी जी पुण्यतिथि।
31 जनवरी- अमावस्या।
1 फरवरी- मौनी अमावस्या
2 फरवरी- माघ अमावस्या।
2 फरवरी- गुप्त नवरात्रि प्रारंभ।
4 फरवरी- विनायक चतुर्थी।
5 फरवरी- वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा.
6 फरवरी- स्कन्द षष्ठी है।
7 फरवरी- रथ सप्तमी, भीष्म अष्टमी और नर्मदा जयंती।
8 फरवरी- मासिक दुर्गाष्टमी और मासिक कार्तिगाई।
10 फरवरी- रोहिणी व्रत।
12 फरवरी- जया एकादशी।
13 फरवरी- कुंभ संक्रांति और भीष्म द्वादशी।
14 फरवरी- प्रदोष व्रत।
16 फरवरी- गुरु रविदास और ललिता जयंती।
16 फरवरी- माघ पूर्णिमा।