हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत की बहुत मान्यता है। माघ माह का पहला प्रदोष व्रत रविवार के दिन पड़ रहा है इसलिये इसे रवि प्रदोष कहा जाता है।
Magh Month Pradosh Vrat 2022 : हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत की बहुत मान्यता है। माघ माह का पहला प्रदोष व्रत रविवार के दिन पड़ रहा है इसलिये इसे रवि प्रदोष कहा जाता है। माघ माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 30 जनवरी को पड़ने के कारण इसे रवि प्रदोष कहा जाता है। भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत में मां पार्वती की भी पूजा की जाती है। इस व्रत में भक्तगण भोलेनाथ की आराधना करते हुए परिवार की मंगल कामना का वरदान मांगते है।
प्रदोष व्रत के दिन शुभ मुहूर्त: दोपहर 12:13 बजे से दोपहर 12:56 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:23 बजे से दोपहर 03:06 बजे तक
अमृत काल: रात 08:04 बजे से रात 09:30 बजे तक
प्रदोष व्रत में भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के लिए उनकी प्रिय वस्तुओं का उन पर अर्पित किया जाता है। पूजा के बाद शिव चालीसा का पाठ, मंत्रों का जाप भी अवश्य करें। आखिर में भगवान शिव की आरती करें और भोलेनाथ और माता पार्वती से अन्न, जल और धन की कामना करें।