हिंदुओं के पवित्र तीर्थ गंगासागर में मकर संक्रांति के दिन डुबकी लगाने की विशेष मान्यता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, गंगासागर तीर्थ स्थल पर मकर संक्रांति के अवसर पर स्नान करने के लिए दुनिया भर से करोड़ों तीर्थयात्रियों का आगमन होता है।
Makar Sankranti Gangasagar snan : हिंदुओं के पवित्र तीर्थ गंगासागर में मकर संक्रांति के दिन डुबकी लगाने की विशेष मान्यता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, गंगासागर तीर्थ स्थल पर मकर संक्रांति के अवसर पर स्नान करने के लिए दुनिया भर से करोड़ों तीर्थयात्रियों का आगमन होता है।धर्म क्षेत्र में इस दिन के लिए ही एक जयकारा लगाया जाता है। सारे तीरथ बार बार, गंगा सागर एक बार।गंगासागर मेला पश्चिम बंगाल में पैष मास में लगता है। इस मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
मकर संक्रांति के दिन गंगा सागर में स्नान के पुण्यफल के पीछे एक पौराणिक कथा है, जिसके अनुसार मान्यता यह है कि जिस दिन गंगा शिव की जटा से निकलकर पृथ्वी पर बहते हुए ऋषि कपिल मुनि के आश्रम में पहुंची थी, वह मकर संक्रांति का ही दिन था। मान्यता है कि इसी दिन मां गंगा कपिल मुनि के श्राप के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए राजा सगर के 60 हजार पुत्रों को सद्गति प्रदान करके सागर मिल गयी। गंगा सागर में कपिल मुनि का प्रसिद्ध मंदिर भी है, जिन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है।