हिंदू नववर्ष की शुरुआत 13 अप्रैल, 2021, मंगलवार से हो रही है। 14 अप्रैल को खरमास समाप्त हो जाएगा और 17 अप्रैल को शुक्र ग्रह उदय हो जाएगा।
लखनऊ: सनातन धर्म में शुभ अशुभ फल का विचार करके ही कार्य किया जाता है। सदियों से चली आ रही मान्यता को आज भी लोग उसी तरह मानते है जैसे सदियों पहले। जीवन से प्रत्येक पहलू पर मुहूर्त विचार कर कार्य प्रारंभ करने के बारे में हिंदू शास्त्रों में विस्तृत रूप से वर्णित है। इसी तरह हिंदू नववर्ष की शुरुआत 13 अप्रैल, 2021, मंगलवार से हो रही है। 14 अप्रैल को खरमास समाप्त हो जाएगा और 17 अप्रैल को शुक्र ग्रह उदय हो जाएगा।
इस बार 21 अप्रैल, बुधवार को रामनवमी पर्व मनाया जाएगा। इसके अगले ही दिन यानी 22 अप्रैल से शादियां के लिए शुभ मुहूर्त है। इस दिन साल का दूसरा और महीने का पहला विवाह मुहूर्त रहेगा। 22 अप्रैल यानी राम नवमी के अगले दिन से शादी के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे, जो 15 जुलाई तक रहेंगे।
20 जुलाई से 15 नवंबर तक नहीं होंगे शुभ कार्य इस साल 20 जुलाई को आषाढ़ महीने के शुक्लपक्ष की देवशयनी
एकादशी होने से वैवाहिक व अन्य मांगलिक काम नहीं हो पाएंगे। फिर 15 नवंबर को कार्तिक महीने के शुक्लपक्ष की देवोत्थान यानी देवउठनी एकादशी से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएगें। मई और जून में इस साल विवाह के लिए ज्यादा मुहूर्त है।