Sakat Chauth 2022 : संकष्टी चतुर्थी के दिन विधार्थी 'ॐ गं गणपतये नमः' का 108 बार जप करके प्रखर बुद्धि, उच्च शिक्षा और गणेशजी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। 'ॐ एक दन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात' का जप जीवन के सभी संकटों और कार्य बाधाओं को दूर करेगा। मान्यता है कि इस व्रत को रहने से संतानों को सभी कष्टों से मुक्ति दिलाता है। मन के स्वामी चंद्रमा और बुद्धि के स्वामी गणेश जी के संयोग के परिणामस्वरुप इस चतुर्थी व्रत के करने से मानसिक शांति, कार्य में सफलता, प्रतिष्ठा में वृद्धि और घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इस दिन किया गया व्रत और पूजा- पाठ और दान परिवार में सुख-शांति लेकर आता है। इस दिन इन उपायों को करने से रिद्धि-सिद्धि के दाता गणेशजी आप पर प्रसन्न होंगे।
Sakat Chauth 2022 : संकष्टी चतुर्थी के दिन विधार्थी ‘ॐ गं गणपतये नमः’ का 108 बार जप करके प्रखर बुद्धि, उच्च शिक्षा और गणेशजी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। ‘ॐ एक दन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात’ का जप जीवन के सभी संकटों और कार्य बाधाओं को दूर करेगा।
मान्यता है कि इस व्रत को रहने से संतानों को सभी कष्टों से मुक्ति दिलाता है। मन के स्वामी चंद्रमा और बुद्धि के स्वामी गणेश जी के संयोग के परिणामस्वरुप इस चतुर्थी व्रत के करने से मानसिक शांति, कार्य में सफलता, प्रतिष्ठा में वृद्धि और घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इस दिन किया गया व्रत और पूजा- पाठ और दान परिवार में सुख-शांति लेकर आता है। इस दिन इन उपायों को करने से रिद्धि-सिद्धि के दाता गणेशजी आप पर प्रसन्न होंगे।
आइए बताते हैं यूपी समेत देश के और राज्यों में आज कब होंगे चांद के दर्शन?
यूपी- 20:46
दिल्ली- 21:00
लखनऊ- 20:46
वाराणसी- 20:39
गाजियाबाद- 20:59
पटना- 20:30
रांची- 20:31
बरेली- 20:51
भागलपुर- 20:23
प्रयागराज- 20:44
कानपुर- 20:49
अमृतसर- 21:06
चंडीगढ़- 20:59
जालधंर- 21:04
गुरुग्राम- 21:01
फरीदाबाद- 21:00
सिरसा- 21:08
मधुबनी- 20:25
आगरा-20:58
मेरठ- 20:57
गया- 20:31
मुंबई- 21:27
इंदौर- 21:11
पुणे- 21:23
जयपुर – 21:07
उदयपुर- 21:19 बजे
सीकर- 21:09 बजे
हनुमानगढ़ – 21:11 बजे
चित्तौड़गढ़ – 21:14 बजे
चुरू- 20:49 बजे
दौसा – 21:05 बजे
टोंक- 21:08 बजे
पूजन विधि
संध्याकाल में भगवान गणेश की कथा पढ़ें।
भगवान को तिल के लड्डू और पीले पुष्प अर्पित करें । भगवान गणेश को दूर्वा भी अर्पित करनी चाहिए।
चन्द्रमा को अर्घ्य दें।