स्वाद और सुगंध के साथ् औषधीय गुणों से भरपूर हींग को गुणों की खान कहते है। पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले फेरुल फोइटिडा के पौधे से रस निकालकर उसे किसी बर्तन में डालकर सुखा लिया जाता है।
Natural Asafoetida Medicinal Properties : स्वाद और सुगंध के साथ् औषधीय गुणों से भरपूर हींग को गुणों की खान कहते है। पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले फेरुल फोइटिडा के पौधे से रस निकालकर उसे किसी बर्तन में डालकर सुखा लिया जाता है। सुखा लेने के बाद स्वादिष्ट हींग प्राप्त होती है। हींग की खेती ज्यादातर बलूचिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान आदि देशों में होती है।
हींग के लाभ
हींग पारंपरिक दवा में एक प्रमुख स्थान भी रखता है। इसके स्वास्थ्य लाभ का श्रेय इसके एंटी-वायरल, एंटी-बायोटिक, एंटी-ऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, शामक, मूत्रवर्धक और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुणों को जाता है।
निमोनिया ठीक हो सकता है
रोज सुबह दोपहर और शाम लगभग 240 मिलीग्राम हींग को तीन-चार मुनकों में भरकर खिलाने से एक सप्ताह के अंदर ही निमोनिया ठीक हो सकता है। दांतों के दर्द के लिए हींग को बहुत ही गुणकारी माना जाता है।
हींग में एंटी इन्फ्लेमेन्टरी एंटीबायोटिक और एंटीओक्सीडेंट गुणों के कारण दर्द दांतों में होने वाली दर्द में सहायक होता है और दर्द कम होता है।
पेट की गैस और कब्ज से छुटकारा मिलता है
देशी घी में भुनी हुई हींग 1 ग्राम से लेकर 2 ग्राम मात्रा में अजवाइन और काले नमक के चूर्ण के साथ पानी में घोलकर रोजाना दिन और रात को सेवन करने से पेट की गैस और कब्ज से छुटकारा मिलता है।