शक्ति स्वरूपा मां जगत जननी अंबे की की पूजा आराधना करने पर्व नवरात्रि है।और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक विजयादशमी है।
Navratri fasting and Dussehra 2023 : शक्ति स्वरूपा मां जगत जननी अंबे की की पूजा आराधना करने पर्व नवरात्रि है।और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक विजयादशमी है। सनातन धर्म में मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए और शक्ति अर्जित करने के लिए शक्ति पर्व नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा की आराधना पूजा की जाती है। इस अवधि में देवी दुर्गा के भक्त पूरे 09 दिनों तक लगातार देवी दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा, व्रत एवं साधना करते हैं। नवरात्रि के अवसर पर भारत उत्सव और धूम मची रहती है। मान्यता है कि शक्ति की साधना से जहां भगवती के भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उन्हें सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है तो वहीं विजयादशमी का पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का संदेश देता है। आइए जानते है नवरात्रि का व्रत और दशहरा कब पड़ेगा।
कब है नवरात्रि
पंचांग के अनुसार शक्ति की साधना का महापर्व नवरात्रि का पावन पर्व आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानि 15 अक्टूबर 2023, रविवार से प्रारंभ होकर 25 दिसंबर 2023, मंगलवार को समाप्त होगी।
कब होगी कलश स्थापना
देश की राजधानी दिल्ली स्थित समय अनुसार इस साल आश्विन मास की नवरात्रि पूजा के लिए दिनांक 15 अक्टूबर 2023, रविवार के दिन प्रात:काल 07:30 से 12:08 तक रहेगी। पंचांग के अनुसार देवी दुर्गा के लिए 9 दिनों तक रखे जाने वाले व्रत एवं पूजन की शुरुआत करने के लिए यह सबसे उत्तम समय रहेगा।
विजयदशमी का पर्व
इस साल विजयदशमी का पर्व 24 अक्टूबर 2023 को मनाया जाएगा और इस दिन रावण दहन शाम को 06:35 से लेकर 08:30 के बीच होगा।