International News: पड़ोसी देश नेपाल अब धीरे-धीरे चीनी अपराधियों का अड्डा बनता जा रहा है, यहां पर एक्टिव कई चीनी गैंग्स (Chinese Gangs) सोने की तस्करी, मैच फिक्सिंग, कॉल बाइपास, मानव तस्करी, एटीएम की लूट, ऑनलाइन फ्रॉड और गैर कानूनी विदेशी मुद्रा जैसे आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। ये गैंग्स अब भारत के लिए खतरा बनते जा रही हैं।
Chinese criminals in Nepal: पड़ोसी देश नेपाल अब धीरे-धीरे चीनी अपराधियों का अड्डा बनता जा रहा है, यहां पर एक्टिव कई चीनी गैंग्स (Chinese Gangs) सोने की तस्करी, मैच फिक्सिंग, कॉल बाइपास, मानव तस्करी, एटीएम की लूट, ऑनलाइन फ्रॉड और विदेशी मुद्रा की ट्रेडिंग जैसे आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। ये गैंग्स अब भारत के लिए खतरा बनते जा रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेपाल में राजस्व जांच विभाग (DRI) ने हाल ही में इस बात की पुष्टि की है कि 19 जुलाई को 60 किग्रा सोने की तस्करी में एक चीनी गिरोह शामिल था और इस गैंग ने नेपाल के रास्ते भारत में सोना पहुंचाया था। इसके अलावा कई लोन एप नेपाल से ही चलाये जा रहे हैं, जिनके कारण भारत में कई लोगों की जान चली गयी। नेपाल पुलिस के प्रवक्ता उप महानिरीक्षक कुबेर कदायत ने बताया कि चीनी पर्यटक वीजा पर नेपाल आते हैं और यहां पहुंचने के बाद आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोग क्राइम में हिस्सा लेते हैं।
कुबेर कदायत का कहना है कि हाल ही में चीनी नागरिकों की आपराधिक गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। ये लोग आईटी सेक्टर में काम करने की आड़ में ये लोग यहां रहते हैं। इसके बाद सोने की तस्करी, कॉल बायपास, मैच फिक्सिंग आदि जैसे गैरकानूनी कामों में लग जाते हैं। आंकड़ों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021-22 में 13 चीनी नागरिकों, 2020-21 में 16 नागरिकों और 2022-23 के दौरान 42 चीनी लोगों को गिरफ्तार किया गया।
ये सभी कॉल बायपास, एटीएम तोड़फोड़, मैच फिक्सिंग, विदेशी मुद्रा के अवैध व्यापार और सोने की तस्करी जैसी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे। वहीं, 23 दिसंबर 2019 को नेपाल पुलिस ने एक साथ 122 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार कर वापस भेज दिया था। पुलिस ने उन्हें साइबर अपराध में शामिल होने पर गिरफ्तार किया था।