उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, 'प्रभु श्री राममंदिर के शिलान्यास पर मोदी जी ने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया। नये संसद भवन के शिलान्यास पर भी मोदी जी ने रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया। अब नये संसद भवन के उद्घाटन को भी मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू के हाथों से नहीं करवा रहे। देशभर का SC और ST समाज पूछ रहा है कि क्या हमें अशुभ माना जाता है, इसलिए नहीं बुलाते?
New Parliament House: नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। विपक्षी दलों की तरफ से लगातार इसको लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। ज्यादातर विपक्षी दल उद्घाटन समारोह में नहीं शामिल हो रहे हैं। इस बीच आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘प्रभु श्री राममंदिर के शिलान्यास पर मोदी जी ने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया। नये संसद भवन के शिलान्यास पर भी मोदी जी ने रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया। अब नये संसद भवन के उद्घाटन को भी मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू के हाथों से नहीं करवा रहे। देशभर का SC और ST समाज पूछ रहा है कि क्या हमें अशुभ माना जाता है, इसलिए नहीं बुलाते?
प्रभु श्री राममंदिर के शिलान्यास पर मोदी जी ने तत्कालीन राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया
नये संसद भवन के शिलान्यास पर भी मोदी जी ने श्री रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया
अब नये संसद भवन के उद्घाटन को भी मौजूदा राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुरमू के हाथों से नहीं करवा…
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— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 25, 2023
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने ट्वीट कर लिखा था कि, मोदी जी, संसद, जनता द्वारा स्थापित लोकतंत्र का मंदिर है। महामहिम राष्ट्रपति का पद संसद का प्रथम अंग है। आपकी सरकार के अहंकार ने संसदीय प्रणाली को ध्वस्त कर दिया है। 140 Cr भारतीय जानना चाहते हैं कि भारत के राष्ट्रपति से संसद भवन के उद्घाटन का हक़ छीनकर आप क्या जताना चाहते हैं ?
मायावती ने किया स्वागत
बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने विपक्षी एकता को झटका देते हुए पीएम मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि, केन्द्र में पहले चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में बीजेपी की, बीएसपी ने देश व जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है तथा 28 मई को संसद के नये भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है।