सनातन धर्म में सावन के महीने को सबसे पवित्र माह के रूप में जाना जाता है। इस बार सावन का शुभारंभ 4 जुलाई से हुआ है जो 31 अगस्त तक रहने वाला है। वैसे तो हमें किसी भी माह में गलत काम नहीं करना चाहिए, लेकिन सावन में किसी जीव की हत्या या मांस-मदिरा (नॉनवेज व शराब) सेवन करना महापाप है। अगर आप भी सावन इस माह में नॉनवेज (Non-Veg) छोड़ चुके हैं तो यह आपके शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
No Non-Veg in Sawan : सनातन धर्म में सावन के महीने को सबसे पवित्र माह के रूप में जाना जाता है। इस बार सावन का शुभारंभ 4 जुलाई से हुआ है जो 31 अगस्त तक रहने वाला है। वैसे तो हमें किसी भी माह में गलत काम नहीं करना चाहिए, लेकिन सावन में किसी जीव की हत्या या मांस-मदिरा (नॉनवेज व शराब) सेवन करना महापाप है। अगर आप भी सावन इस माह में नॉनवेज (Non-Veg) छोड़ चुके हैं तो यह आपके शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
दरअसल, नॉनवेज खाने से शरीर में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं, ऐसे में अगर आप नॉनवेज खाना बंद कर दें तो शरीर से जुड़ी कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाएंगी। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मुताबिक पिछले कुछ सालों में शाकाहार (Vegetarianism) धीरे-धीरे बढ़ रहा है, खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में लोग अब नॉनवेज को छोड़कर शाकाहारी बन रहे हैं। नैतिक और पर्यावरणीय वजहों से लेकर स्वास्थ्य संबंधी फायदे समेत कई कारणों से मांसाहारी लोग शाकाहार की ओर रुख कर रहे हैं। इसके अलावा पौधों-बेस्ड विकल्पों की बढ़ती संख्या भी शामिल है। वहीं, अगर आप अएक महीने के लिए मांसाहारी खाना (non vegetarian food) बंद कर दें तो आप अपने शरीर में तुरंत इन पांच बदलावों को महसूस करेंगे।
नॉनवेज न खाने के फायदे
1- अगर आप नॉनवेज खाना छोड़ दें तो आपका डाइजेशन बेहतर होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक शाकाहार में ज्यादा फाइबर होता है, जो स्वस्थ पाचन को बढ़ावा दे सकता है और कब्ज को रोक सकता है।
2- शाकाहार से आपका वज़न संतुलित होगा, क्योंकि पौधों पर आधारित भोजन आम तौर पर मांसाहार की तुलना में कम कैलोरी डेनस्टी वाले होते हैं। साथ ही, फाइबर में भरपूर होते हैं, जिन्हें खाकर आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ फील होता है और इससे आपका कुल कैलोरी सेवन कम होता है।
3- एनिमन-बेस्ड फूड से, खासकर कि ऐसे प्रोसेस्ड फूड से शरीर में जलन बढ़ती है, लेकिन पौधों पर आधारित डाइट लेने से ऐसा कुछ नहीं होता है। इससे जलन से संबंधित बीमारियों से भी राहत मिलती है।
4- पशु-आधारित खाद्य पदार्थ, खासकर सेचुरेटेड और ट्रांस फैट से भरा हुआ खाना कोलेस्ट्रॉल का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं। अगर आपका इनका सेवन बंद करते हैं या कम करते हैं तो ब्लड कोलेस्ट्रॉल के लेवल में सुधार हो सकता है, जिससे दिल संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
5- एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, पौधे-आधारित आहार शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सेलुलर नुकसान से बचाने में मदद करता है, फलों, सब्जियों, नट्स और बीजों का ज्यादा सेवन से आपके एंटीऑक्सीडेंट सेवन को बढ़ावा मिलता है, जिससे आपकी हेल्थ अच्छी होगी और बीमारियों का खतरा कम होगा।
6- इसके अलावा पौधे-आधारित आहार से विटामिन, मिनरल्स और कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं जो पूरे दिन ऊर्जा लेवल हाई बनाए करने में मदद कर सकते हैं।
7- कई विशेषज्ञों का कहना है कि मांसाहारी भोजन, खासकर प्रोसेस्ड और लाल मांस, कैंसर सहित कुछ बीमारियों के बढ़ते खतरे से जुड़ा हुआ है। हालांकि, इस बारे में और रिसर्च होना बाकी है क्योंकि अभी भी पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है।