व्हाट्सअप का कहना है की केवल whatsaap ही नहीं लगभग सभी कम्पनिया यूजर्स का डाटा स्टोर करती है WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में 5 मई को एक याचिका फाइल की गई थी। कोर्ट ने इस पर जवाब देने के लिए व्हाट्सऐप को 13 मई तक का समय दिया था।
व्हाट्सअप के खिलाफ की गयी इस शिकायत पर व्हाट्सऐप ने कहा की वह यूजर्स का वही डाटा कलेक्ट करता है जो दूसरे इंटरनेट बेस्ड ऐप्लिकेशन करते हैं। व्हाट्सऐप का कहना था कि Big Basket, Google, Koo, Microsoft, Ola, Truecaller, Zomato, और Zoom ऐप भी यूजर्स का उतना या उससे अधिक डाटा कलेक्ट करते हैं। और जब इन सभी पर कोई करवाई नहीं तो फिर मुझ पर क्यों WhatsApp ने हाल ही में अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किया था जिसे यूजर्स को सहमति देनी थी। अगर यूजर्स उसे सहमति नहीं देते हैं तो उनका अकाउंट बंद कर दिया जाता। नई नीति WhatsApp को Facebook के साथ ज्यादा डाटा साझा करने की अनुमति देती है। जब यूजर्स ने WhatsApp को छोड़ Signal और Telegram जैसी ऐप्स का इस्तेमाल करना शुरू किया तो WhatsApp ने अपनी नीति के लागू करने की तारीख को तीन महीने आगे बढ़ा दिया।
WhatsApp की तरफ से कोर्ट में पेश हुए एडवोकेट मुकुल रोहतगी ने कोर्ट को बताया कि इस ऐप का इस्तेमाल करना सुरक्षित था। साथ ही यह भी कहा कि WhatsApp जो डाटा Facebook के साथ साझा करने वाला था वो बिजनेस अकाउंट्स के संबंधित था। नई नीति व्यक्तिगत चैट को प्रभावित नहीं करेगी।
WhatsApp ने इस साल की शुरुआत में नई प्राइवेसी पॉलिसी पेश की थी। इसके मुताबिक व्हाट्सऐप अपने यूजर्स का मोबाइल डिवाइस इनफॉर्मेंश, आई एडरेस, ट्रांजेक्शन इनफॉर्मेशन के साथ दूसरा डेटा अपनी पेरेंट कंपनी फेसबुक और उसकी सहयोगियों के साथ शेयर करेगी। व्हाट्सऐप का कहना है कि वह यूजर्स के इस डाटा को अपने WhatsApp Business को एक्सपेंड करने के लिए करेगा। इसके साथ ही व्हाट्सऐप पहले ही यह साफ कर चुका है कि नई प्राइवेसी पॉलिसी के तहत यूजर्स के मैसेज रीड नहीं करेगा।