Parliament Intrusion: संसद में घुसपैठ (Parliament Infiltration) के आरोपियों का पॉलीग्राफी टेस्ट (Polygraphy Test) कराया जाएगा, जिसके लिए पुलिस ने पटियाला कोर्ट (Patiala Court) से इजाजत मांगी है। अब इस मामले में कोर्ट 2 जनवरी को सुनवाई करने वाला है। पॉलीग्राफी टेस्ट से कानून एजेंसी और अन्य संगठन यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि टेस्ट में शामिल व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ। फिलहाल सभी आरोपी 5 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में हैं।
Parliament Infiltration: संसद में घुसपैठ (Parliament Infiltration) के आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph Test) कराया जाएगा, जिसके लिए पुलिस ने पटियाला कोर्ट (Patiala Court) से इजाजत मांगी है। अब इस मामले में कोर्ट 2 जनवरी को सुनवाई करने वाला है। पॉलीग्राफ टेस्ट से कानून एजेंसी और अन्य संगठन यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि टेस्ट में शामिल व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ। फिलहाल सभी आरोपी 5 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में हैं।
गौरतलब है कि संसद हमले की 22वीं बरसी वाले दिन यानी 13 दिसंबर को लोकसभा की कार्यवाही के समय दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए थे। इस दौरान आरोपियों ने नारेबाजी की और एक युवक ने अपने जूते से स्प्रे निकालकर पीले रंग की गैस का छिड़काव किया था। हालांकि, कुछ सांसदों ने दोनों आरोपियों को पकड़कर सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया था। आरोपियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी के तौर पर हुई थी।
उसी समय सदन के बाहर नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे नीलम देवी और अमोल शिंदे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों पीले रंग की गैस स्प्रे कर रहे थे। इन चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दो अन्य युवकों ललित झा और महेश कुमावत को गिरफ्तार किया था। संसद की सुरक्षा में हुई इस चूक ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। वहीं, शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष ने इस मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा से विपक्ष के बड़ी संख्या में सांसदों को निलंबित कर दिया गया था।