Pegasus Spy: पेगासस पर हुए नए खुलासे के बाद देशभर में फिर से हड़कंप मच गया। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को लेकर केंद्री की मोदी सरकार को घेरने में जुटी थी। हालांकि, मोदी सरकार विपक्ष के दावे को झूठा और खोखला बता रही थी। हालांकि, अब न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट ने इस मुद्दे को एक बार फिर से हवा दे दी है।
Pegasus Spy: पेगासस पर हुए नए खुलासे के बाद देशभर में फिर से हड़कंप मच गया। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में जुटी थी। हालांकि, मोदी सरकार विपक्ष के दावे को झूठा और खोखला बता रही थी। अब न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट ने इस मुद्दे को एक बार फिर से हवा दे दी है।
विपक्षी दल इसको लेकर मोदी सरकार को घेरने में जुट गए हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो, ‘2017 में भारत और इस्राइल के बीच जो रक्षा सौदा हुआ था, उसमें पेगासस स्पाईवेयर और एक मिसाइल प्रणाली की खरीद मुख्य रूप से शामिल थी। इजराइल से मिसाइल सिस्टम खरीदने के लिए की गई 2 अरब डॉलर की भारी भरकम डील के दौरान उससे पेगासस स्पाइवेयर भी खरीदा था।’
मोदी सरकार ने हमारे लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, राज नेताओं व जनता की जासूसी करने के लिए पेगासस ख़रीदा था। फ़ोन टैप करके सत्ता पक्ष, विपक्ष, सेना, न्यायपालिका सब को निशाना बनाया है। ये देशद्रोह है।
मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है। pic.twitter.com/OnZI9KU1gp
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 29, 2022
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसको लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि, ‘मोदी सरकार ने हमारे लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, राज नेताओं व जनता की जासूसी करने के लिए पेगासस ख़रीदा था। फ़ोन टैप करके सत्ता पक्ष, विपक्ष, सेना, न्यायपालिका सब को निशाना बनाया है। ये देशद्रोह है। मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है।’
वहीं, इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि ये साफ हो गया है कि सरकार ने संसद से झूठ बोला था। जबकि कांग्रेस लंबे समय से कहती आ रही है कि मोदी सरकार इजरायली निगरानी स्पाइवेयर पेगासस से अवैध और असंवैधानिक जासूसी करवा रही है। हम सदन में जिम्मेदारी तय करेंगे।