वनस्पतियां जीव जगत के लिए प्राण हैं। हरियाली और छाया का वरदान वृक्ष और पेड़ पौधों से मिलता है। जीव जगत का वनस्पतियों से ही पोषण मिलता है।
Shakun Shastra: वनस्पतियां जीव जगत के लिए प्राण हैं। हरियाली और छाया का वरदान वृक्ष और पेड़ पौधों से मिलता है। जीव जगत का वनस्पतियों से ही पोषण मिलता है। शकुन शास्त्र में वनस्पतियों से मिलने वाले शकुन-अपशकुन के संकेत के बारे में बताया गया। आइये जानते है कुछ वनस्पतियों के बारे में जिनसे शकुन-अपशकुन के संकेत मिलते है।
1.मूंज घास तथा उदम्बर वृक्ष का दंड रखने से अन्न तथा यश में वृद्धि होती है।
2.घर की पूर्व दिशा में पीपल के पौधे अपने आप उग आए हो तो यह घर में भय और निर्धनता का संकेत देता है।
3.वृक्षों के अग्रभाग से गिरने वाले जल की बूंदें यदि मानव शरीर पर गिरती हैं तो अपशकुन होता है।
4.इसी प्रकार वृक्ष से फल तथा पक्षी आदि का भी शरीर पर गिरना भी अशुभ कहा गया है।
5.घर की दक्षिण दिशा में कांटेदार पेड़-पौधे का उगना घर में रोग पनपने का संकेत है।
6.दक्षिण में गूलर का पेड़ शुभता प्रदान करता है।
7.जबकि दक्षिण नैऋत्य में जामुन और कदंब का पेड़ शुभ रहता है।