नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई पहुंचे हैं। इस दौरान पीएम ने सेना को अचूक निशाने वाले अर्जुन टैंक की चाभी सौंपी है। सेना को और ताकतवर बनाने के लिए सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे को युद्धक टैंक अर्जुन (एमके-1ए) दी गयी है। इसी के साथ सेना में 118 उन्नत अर्जुन टैंक शामिल किए जाएंगे।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने तमिलनाडु में योजनाओं की शुरुआत के बाद कहा, ‘आज चेन्नई से हम ई-इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू कर रहे हैं, ये प्रोजेक्ट इनोवेशन और स्वदेशी विकास के प्रतीक हैं। इनसे तमिलनाडु का और विकास होगा’। इसके साथ ही पीएम मोदी ने तमिलनाडु में कई योजनाओं का शुभारंभ किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने आईआईटी मद्रास के डिस्कवरी कैंपस की आधारशिला रखी। यह कैंपस चेन्नई के पास थय्युर में बनाया जाएगा। पहले चरण में 2 लाख वर्ग मीटर से अधिक एरिया में बनने वाले इस कैंपस के निर्माण में 1000 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
स्वदेश में ही निर्मित किया गया अर्जुन टैंक
बता दें कि, पीएम मोदी ने जिस अर्जुन टैंक की चाभी सेना को सौंपी है उसे स्वदेश में ही निर्मित किया गया है। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) के यहां स्थित युद्धक वाहन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान द्वारा निर्मित इस अत्याधुनिक टैंक का डिजाइन देश में ही तैयार और विकसित किया गया है। पूरी तरह स्वदेश में निर्मित अर्जुन टैंक के इस उन्नत संस्करण का निशाना अचूक बताया जा रहा है, जिससे भारतीय सेना की जमीन पर मारक क्षमता को और ज्यादा मजबूती मिलेगी।
अर्जुन टैंक की खासियत
डीआरडीओ ने अर्जुन टैंक की फायर पावर क्षमता को काफी बढ़ाया है। अर्जुन टैंक में नई टेक्नोलॉजी का ट्रांसमिशन सिस्टम है। इससे अर्जुन टैंक आसानी से अपने लक्ष्य को ढूंढ लेता है। अर्जुन टैंक युद्ध के मैदान में बिछाई गई माइंस हटाकर आसानी से आगे बढ़ने में सक्षम है। अर्जुन टैंक में केमिकल अटैक से बचने के लिए स्पेशल सेंसर लगे हैं।