वरिष्ठ नेता कांग्रेस और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) ने कहा कि कानपुर देहात (Kanpur Dehat) की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) पहले अल्पसंख्यकों पर बुलडोजर चलाने के बाद अब ब्राह्मणों पर बुलडोजर चलवा रही है। प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) ने कहा कि कानपुर देहात (Kanpur Dehat) की घटना इसका जीता जागता उदाहरण है।
प्रतापगढ़। वरिष्ठ नेता कांग्रेस और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) ने कहा कि कानपुर देहात (Kanpur Dehat) की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) पहले अल्पसंख्यकों (Minorities) पर बुलडोजर चलाने के बाद अब ब्राह्मणों (Brahmins) पर बुलडोजर (Bulldozers) चलवा रही है। प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) ने कहा कि कानपुर देहात (Kanpur Dehat) की घटना इसका जीता जागता उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि हम बुलडोजर की राजनीति के खिलाफ हैं। पहले बुलडोजर अल्पसंख्यकों (Minorities) पर चल रहा था, लेकिन अब इसकी दिशा ब्राह्मणों (Brahmins) की तरफ हो गई है। इस मामले में अभी तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यह अघोषित तानाशाही का दौर (Era of Undeclared Dictatorship) चल रहा है। प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) बुधवार को सिविल लाइन स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि गौतम अडानी (Gautam Adani) के मामले में हम सिर्फ जेपीसी (JPC) की मांग कर रहे हैं। नियमानुसार संसद में जिस दल की जितनी संख्या होती है, जेपीसी में उतने अधिक सदस्य उसी पार्टी के रहते हैं। जाहिर है भाजपा (BJP) पूर्ण बहुमत में है तो जेपीसी (JPC) में उसके सदस्य भी ज्यादा रहेंगे, तब फिर क्यों सरकार जेपीसी (JPC) का गठन करने से डर रही है।
उन्होंने बीबीसी (BBC) मामले में सरकार को घेरा कहा कि यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। इसका समय गलत है। सरकार मीडिया को अपने दबाव में लेकर अपने हिसाब से चलाना चाहती है। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर का प्रतीकात्मक पुतला भी दहन किया और प्रदर्शन कर केंद्र और योगी सरकार (Yogi Government) के खिलाफ नारेबाजी की।