प्रेम की रीत जगत को बताने के लिए स्वयं प्रेम की देवी राधा रानी धरती पर अवतरित हुई। श्रीकृष्ण के जीवन की धारा, राधा जी। यह सत्य है कि कान्हा ने तो धरा पर अवतार अधर्म के नाश के लिए लिया था, लेकिन यह भी उतना ही सत्य है कि बिना राधा के वासुदेव कृष्ण के ध्येय को दिशा नहीं मिल सकती थी।
मथुरा। प्रेम की रीत जगत को बताने के लिए स्वयं प्रेम की देवी राधा रानी धरती पर अवतरित हुई। श्रीकृष्ण के जीवन की धारा, राधा जी। यह सत्य है कि कान्हा ने तो धरा पर अवतार अधर्म के नाश के लिए लिया था, लेकिन यह भी उतना ही सत्य है कि बिना राधा के वासुदेव कृष्ण के ध्येय को दिशा नहीं मिल सकती थी।
भाद्रपद के शुक्लपक्ष की अष्टमी को राधाष्टमी (Radhastami) का त्योहार मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी के दिन जिस तरह भगवान श्री कृष्ण के जन्म का जश्न मनाया जाता है, ठीक उसी प्रकार राधाष्टमी (Radhastami) के दिन श्री राधाजी के जन्मोत्सव को भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। वैसे तो राधाष्टमी (Radhastami) की धूम पूरे देश में होती है, लेकिन ब्रज और बरसाना में इस दिन विशेष रूप से विशेष रूप से सजावट की जाती है। जन्माष्टमी की तरह ही राधाष्टमी के मौके पर भी पूरे ब्रज और बरसाना को सजाया जाता है। बरसाना स्थित श्री जी मंदिर में सुबह 4 बजे हुए पंचामृत अभिषेक के साथ संपन्न हुए प्राकट्योत्सव के साथ पूरे ब्रज में राधा के जन्मोत्सव की धूम दूरदराज से आए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ दिखाई दी । भक्ति की यह बयार कान्हा की नगरी के बरसाना में बह श्री राधा रानी के जयकारों के साथ नजर आई।
सुबह 4 बजे नंद गांव एवं बरसाना के गोस्वामी समाज के पुरोहितो के विधि विधान ओर मंत्रोच्चरण के साथ 500 किलो पंचामृत के साथ जन्मोत्सव कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। जन्म उत्सव के दौरान पूरा मंदिर परिसर श्री राधा कृष्ण के प्रेम से भरे जयकारों से गूंज उठा। पुरोहितो के द्वारा करीब डेढ़ घंटे तक राधा जी का अभिषेक किया गया । मूल नक्षत्र में जन्म लेने से विधि-विधान से मूल शाति कराई गई। दूध, दही, शहद, घी, बूरा, केसर,गुलाबजल, गाोघृत, पंचरतन, नवरतन आदि का पंचामृत से अभिषेक किया गया।
इस दौरान घंटे घड़ियाल शंख मजीरे इत्यादि की मीठी ध्वनि श्रद्धालुओं के मन को हो रही थी। लाडली जी महाराज के अभिषेक के दर्शनों के लिए राजस्थान, दिल्ली हरियाणा पंजाब, सहित कई राज्यो के श्रद्धालु लाखों की संख्या में बरसाना धाम पहुंचे।
सेवायतो व श्रद्धालुओं के द्वारा कि राधा रानी के जन्मोत्सव की खुशी के उपलक्ष्य में खेल खिलौने, फल, मिष्ठान वितरण किया गया। श्रद्धालुओं ने बधाई गयान कर झूम झूम कर नृत्य किया। श्री राधा रानी के अभिषेक के दौरान नंद गांव और बरसाना गोस्वामी समाज के समाजियो के द्वारा समाज गायन एवं बधाई गायन कर एक दूसरे को बधाई दी गई। इस मौके पर पुलिस प्रशासन की पर्याप्त व्यवस्था की गई मंदिर परिसर के चारों ओर पुलिस प्रशासन के सिविल एवं वर्दी में कर्मचारी तैनात नजर आए। लाडली जी महल के अंदर मौजूद पुलिसकर्मी एवं प्रशासन के कर्मचारी सहित हजारों लाखों श्रद्धालुओं ने श्री राधा रानी के विग्रह के दर्शन कर अपने आप को धन्य किया।