वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु को नवग्रह में एक स्थान दिया गया है। राहु हिन्दू ज्योतिष के अनुसार स्वरभानु नाम के दानव का कटा हुआ सिर है,जो ग्रहण के समय सूर्य और चंद्रमा का ग्रहण करता है।
Rahu Shanti Remedies : वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु को नवग्रह में एक स्थान दिया गया है। राहु हिन्दू ज्योतिष के अनुसार स्वरभानु नाम के दानव का कटा हुआ सिर है,जो ग्रहण के समय सूर्य और चंद्रमा का ग्रहण करता है। ज्योतिष में राहू को छाया ग्रह माना गया है। ज्योतिष के अनुसार किसी भी कुंडली में राहु और केतु के कारण ही कालसर्प दोष निर्मित होता है। राहु जैसे ही खराब फल देने लगे तो तुरंत ही उपाय करना चाहिए। राहु बहुत जल्दी असर दिखाता है। राहु कुंडली में शुभ फल देने लगे इसके लिए कुछ उपाय बताए गए है।
घर पर राहू की नकारात्मक दृष्टि की पहचान
घर में लगातार पानी का ठहराव होगा। घर धूल और गंदगी से भर जाएगा
पौधे अच्छी तरह से विकसित नहीं होंगे। प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था के बावजूद हमेशा विद्युत शक्ति की आवश्यकता होगी
लगातार छोटी-छोटी बातें जैसे दूध का खराब होना, चीजों का गुम होना,
व्याकुलता पैदा करना
खराब चीजों पर पैसा खर्च करना
अज्ञात भय रहेगा
किचन में दीवार का टूटना या गिरना
कोई खुशी नहीं
राहु शांति के उपाय
1.राहु के कष्टों से बचने के लिए भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करें।
2.राहु के कष्टों से बचने के लिए उड़द, गर्म कपड़े, सरसों, काला फूल, राई आदि का यथाशक्ति दान करना चाहिए। राहु का दान हमेशा शनिवार के दिन करना चाहिए।
3.घर के प्रवेश द्वार पर मिश्री (मिठाई का एक रूप), काली दाल, गोमेद पत्थर और चांदी से बंधा हुआ सफेद कपड़ा या तो लटका दें या गाड़ दें।
4.अशोक के पत्ते, चंदन के इत्र या तेल की कुछ बूंदें स्नान करने वाले जल में डालकर स्नान करें।