गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए जरूरत पड़ने पर 24 जुलाई को मतदान होगा। नामांकन करने की आखिरी तारीख 13 जुलाई तक उम्मीदवारों के नाम स्पष्ट हो जाएंगे।नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 17 जुलाई है।
गांधीनगर। गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए जरूरत पड़ने पर 24 जुलाई को मतदान होगा। नामांकन करने की आखिरी तारीख 13 जुलाई तक उम्मीदवारों के नाम स्पष्ट हो जाएंगे।नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 17 जुलाई है।
यह चुनाव मौजूदा राज्यसभा सदस्यों दिनेशचंद्र जेमलभाई अनावादिया, जुगलसिंह मथुरजी लोखंडवाला और सुब्रमण्यम जयशंकर कृष्णास्वामी (भारत के विदेश मंत्री) के कार्यकाल की सेवानिवृत्ति के कारण होगा। गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी तीनों सीटें बरकरार रखने में सक्षम है।
जबकि एस जयशंकर के संभावित पुनर्नामांकन से किसी को आश्चर्य नहीं होगा, दो अन्य सेवानिवृत्त राज्यसभा सदस्यों की जगह नए चेहरों को लाए जाने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल की सात राज्यसभा सीटों के लिए 24 जुलाई को मतदान होगा। इनमें से छह टीएमसी खाते में जाएगी और एक बीजेपी के खाते में जाने के आसार हैं। उम्मीदवारों के नामों को लेकर राज्य में अटकलें तेज हो गई हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन और सुखेंदु शेखर राय को फिर भी उम्मीदवार बनाया जा सकता है, जबकि बीजेपी के उम्मीदवार की दौड़ में डॉ स्वपन दास गुप्ता और अनिर्बान गंगोपाध्याय का नाम सामने आ रहा है।
बता दें कि चुनाव आयोग के अनुसार टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन, सुष्मिता देव, शांता छेत्री, सुखेंदु शेखर राय और कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य की सीट रिक्त हो रही है। इसके साथ ही गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरो के इस्तीफे देने से एक सीट पर राज्यसभा का उपचुनाव होगा। चुनाव आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चुनाव के लिए 6 जुलाई को अधिसूचना जारी की जाएगी। 13 जुलाई को नामांकन का अंतिम दिन है। 14 जुलाई को नामांकन की जांच होगी। 17 जुलाई को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है।
चुनाव आयोग के अनुसार 24 जुलाई को मतदान होगा। मतदान 24 जुलाई को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। 24 जुलाई को ही मतगणना होगी और चुनाव प्रक्रिया 26 जुलाई तक पूरी कर ली जाएगी। बंगाल के छह राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल इस साल अगस्त में खत्म हो रहा है। इसके अतिरिक एक सांसद ने इस्तीफा दिया था। इनमें से छह तृणमूल से और एक कांग्रेस से हैं। हालांकि, कांग्रेस की सीट अब उनकी नहीं रहेगी, वह बीजेपी के पास जाएगी।
बंगाल में खाली सीटों पर किसे नामांकन मिलेगा, इसे लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस इनमें से अधिकतर को दोबारा उम्मीदवार बना सकती है। लेकिन एक या दो को छोड़ा जा सकता है। यह लगभग तय हो चुका है कि उस स्थान पर किसे नामांकन दिया जाएगा।
डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन और शुखेंदु शेखर राय को फिर से नामांकन मिलना लगभग तय माना ज रहा है, जबकि टीएमसी के सूत्रों का कहना है कि ममता बनर्जी राज्य से ही अन्य सीटों पर उम्मीदवार बनाएंगी। बाहरी राज्य का कोई उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना बहुत ही कम है।सूत्रों का कहना है कि बंगाल से नया चेहरा चुना जाएगा। तृणमूल के पास एक और राज्यसभा सीट भी है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फेलेरी ने भी अप्रैल में राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था।
उनकी सीट खाली है। उनका कार्यकाल अगस्त 2016 तक था. उस सीट पर किसे उम्मीदवार बनाया जाएगा, इसे लेकर अटकलें चल रही हैं. अभी यह तय नहीं हुआ है कि राज्य से किसी को या बंगाल के बाहर से किसी को उम्मीदवार बनाया जाएगा। फिर प्रदीप भट्टाचार्य का कांग्रेस का कार्यकाल भी अगस्त में खत्म हो रहा है। इसके बाद यह सीट बीजेपी के खाते में चली जाएगी। उस सीट के लिए प्रदेश के कई नाम सुनने में आ रहे हैं।
इसमें पूर्व राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता का नाम भाजपा उम्मीदवार के रूप में सामने आ रहा है। श्यामाप्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक अनिर्बान गंगोपाध्याय के नाम की अटकलें चल रही हैं। बता दें कि डॉ स्वपन दासगुप्ता पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के काफी माने जाते हैं और हाल में अमित शाह स्वपन दासगप्ता द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था।