मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) के खजूरीकलां गांव (Khajurikalan Village ) में उगी लाल भिंडी इस समय मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है। यह अनोखी लाल भिंडी (Red Ladyfinger ) आजकल सबकी जुबान पर है। अभी तक हम लोगों ने केवल हरी भिंडी (Green Ladyfinger) को देखा है, लेकिन लाल भिंडी (Red Ladyfinger )खाने में स्वादिष्ट और पौष्टिकता (Tasty and Nutritious) से भरपूर होती है।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) के खजूरीकलां गांव (Khajurikalan Village ) में उगी लाल भिंडी इस समय मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है। यह अनोखी लाल भिंडी (Red Ladyfinger ) आजकल सबकी जुबान पर है। अभी तक हम लोगों ने केवल हरी भिंडी (Green Ladyfinger) को देखा है, लेकिन लाल भिंडी (Red Ladyfinger )खाने में स्वादिष्ट और पौष्टिकता (Tasty and Nutritious) से भरपूर होती है।
भोपाल के खजूरीकलां गांव (Khajurikalan Village) के एक किसान मिश्रीलाल राजपूत (Farmer Mishrilal Rajput) कुछ समय पहले बनारस के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेजिटेबल रिसर्च सेंटर (Indian Institute of Vegetable Research Center) में गए थे। इसी दौरान उन्हें लाल भिंडी (Red Ladyfinger ) के बारे में पता चला। इसके बाद वह वहां से उसका बीज लेकर आए और अपने खेत में लाल भिंडी उगाकर भी दिखा दी। बता दें कि लाल भिंडी यूरोपीय देशों की फसल है, लेकिन अब ये भारत में भी उगने लगी है।
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान ने इसकी देशी किस्म काशी लालिमा (Kashi Lalima) तैयार की है। इस किस्म को तैयार करने में 8 से 10 साल का समय लगा है। भोपाल के किसान मिश्रीलाल वाराणसी से 2400 रुपये में 1 किलो लाल भिंडी का बीज लेकर आए और इसी साल जुलाई के पहले हफ्ते में उन्होंने ये बीज बोए। फिर क्या था, फसल आनी शुरू हुई तो आसपास के किसानों के लिए ये कौतूहल का विषय बन गया। क्योंकि यहां के लोगों ने पहली बार लाल भिंडी देखी थी। बता दें कि हरी भिंडी की तुलना में इस भिंडी की फसल 45 से 50 दिनों में तैयार हो जाती है। एक पौधे में करीब 50 भिंडी तक पैदा हो जाती है। एक एकड़ जमीन में 40 से 50 क्विंटल लाल भिंडी का उत्पादन हो सकता है। मौसम अच्छा रहा तो ये उत्पादन बढ़कर 80 क्विंटल तक हो सकता है।
किसान मिश्रीलाल राजपूत (Farmer Mishrilal Rajput) ने बताया कि ये भिंडी वो सामान्य बाजार में नहीं बेंचेगे। ये भिंडी स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत फायदेमंद है तो बड़े मॉल्स और सुपरमार्केट में बेचेंगे। उन्होंने बताया कि बाजार में इसकी कीमत 350 से 400 रुपये में 250 से 500 ग्राम है। एक किलो भिंडी की कीमत 800 रुपये है।
किसान मिश्रीलाल राजपूत (Farmer Mishrilal Rajput) ने बताया कि सबसे अच्छी बात इस फसल की ये है कि इसमें मच्छर या अन्य कीड़े नहीं लगते, क्योंकि इसका रंग लाल है। हरे रंग की सब्जियों में क्लोरोफिल (Chlorophyll) पाया जाता है, जो कीटों को पसंद होता है। यही वजह है कि इस लाल भिंडी में कीट नहीं लगते। दूसरी खासियत ये हैं कि इसमें एंथोसाइनिन (Anthocyanins) नाम का एक खास तत्व होता है, जो गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women), चमकदार स्किन (Glowing Skin) और बच्चों के मानसिक विकास (Mental Development) के लिए उपयोगी है। यही नहीं लाल भिंडी (Red Ladyfinger ) से हृदय रोग, डायबिटीज और कोलेस्ट्रोल (Diabetes and Cholesterol) की परेशानियां भी कम होती हैं।