भाजपा की तरफ से सांसद निशिकांत दुबे ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हमे लगा कि राहुल गांधी चर्चा की शुरूआत करेंगे लेकिन लगता है कि वो बोलेने के लिए तैयार नहीं थे। हो सकता है वो देर से सोकर उठे हों। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी एकता पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग I.N.D.I.A की फुल फॉर्म नहीं बता पाएंगे।
Parliament Monsoon Session: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस जारी है। कांग्रेस की तरफ से चर्चा की शुरुआत गौरव गोगोई ने की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मणिपुर हिंसा पर सरकार को घेरा। इसके इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, INDIA ने मणिपुर मुद्दे पर यह प्रस्ताव पेश किया। मणिपुर न्याय चाहता है। इसके साथ ही कहा कि, प्रधानमंत्री ने मौन व्रत रखा हुआ है और वह संसद में नहीं बोल रहे हैं। इसलिए पीएम का मौनव्रत तोड़ने के लिए हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा।
इसके जवाब में भाजपा की तरफ से सांसद निशिकांत दुबे (MP Nishikant Dubey) ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हमे लगा कि राहुल गांधी चर्चा की शुरूआत करेंगे लेकिन लगता है कि वो बोलेने के लिए तैयार नहीं थे। हो सकता है वो देर से सोकर उठे हों। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी एकता पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग I.N.D.I.A की फुल फॉर्म नहीं बता पाएंगे।
उन्होंने कहा विपक्ष में मौजूद सभी पार्टियां एक दूसरे से राज्यों में लड़ रहीं हैं फिर भी गठबंधन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, लालू यादव को हमने जेल नहीं भेजा, कांग्रेस ने जेल भेजा। शरद पवार को किसने बर्खास्त किया। जदयू को सबसे ज्यादा फंड मैंने दिलवाया। इस दौरान निशिकांत दुबे ने कहा कि सोनिया गांधी का उद्देश्य बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट करना है।
मणिपुर पर पीएम आखिर मौन क्यों: गौरव गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाना हमारी मजबूरी है। यह कभी भी संख्या के बारे में नहीं था। हमने ये प्रस्ताव इसलिए पेश किया कि हमारा सरकार में विश्वास नहीं है। INDIA ने मणिपुर मुद्दे पर यह प्रस्ताव पेश किया। मणिपुर न्याय चाहता है। इसके साथ ही कहा कि, प्रधानमंत्री ने मौन व्रत रखा हुआ है और वह संसद में नहीं बोल रहे हैं। इसलिए पीएम का मौनव्रत तोड़ने के लिए हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। हमारे पीएम मोदी से तीन सवाल हैं, पहला वह अभी तक मणिपुर क्यों नहीं गए? उन्होंने मणिपुर मुद्दे पर बोलने के लिए 80 दिन का समय लिया और जब बोले तो सिर्फ 30 सेकेंड? अभी तक मणिपुर के सीएम को क्यों नहीं हटाया गया है?