केंद्रीय जल शक्ति और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री (Union Minister of State for Jal Shakti and Food Processing Industries) प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel) को सेक्सटॉर्शन कॉल (Calling Sextortion) कर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। दिल्ली क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) ने इस मामले में दो लोगों को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया है।
नई दिल्ली। केंद्रीय जल शक्ति और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री (Union Minister of State for Jal Shakti and Food Processing Industries) प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel) को सेक्सटॉर्शन कॉल (Calling Sextortion) कर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। दिल्ली क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) ने इस मामले में दो लोगों को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल (Union Minister Prahlad Patel) को ये वीडियो कॉल ऑर्गनाइज सेक्सटॉर्शन कॉल करके ब्लैकमेल करने वाले गैंग की ओर से की गई थी।
कॉल रिसीव करते ही चलने लगी पॉर्न
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और जल शक्ति राज्य मंत्री (Union Minister of State for Jal Shakti and Food Processing Industries) प्रहलाद सिंह पटेल (Prahlad Singh Patel) के पर्सनल सेक्रेटरी आलोक मोहन ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) से इसकी शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया कि, मंत्री प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel) के मोबाइल नंबर पर वीडियो कॉल आई थी। जैसे ही उन्होंने कॉल रिसीव की दूसरी तरफ से पॉर्न वीडियो चलने लगा। जिसके बाद उन्होंने तुरंत कॉल काट दिया।
मास्टरमाइंड की तलाश में क्राइम ब्रांच
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने मामला क्राइम ब्रांच (Crime Branch) को ट्रांसफर किया था। वहीं क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने जांच करते हुए राजस्थान के भरतपुर से दो आरोपियों मोहम्मद वकील और मोहम्मद साहिब को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इसका मास्टरमाइंड साबिर अभी फरार चल रहा है। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) उसकी तलाश कर रही है। बता दें कि, गिरफ्तार आरोपी सेक्सटॉर्शन कॉल (Calling Sextortion) करके ब्लैकमेल करने वाले ऑर्गनाइज गैंग से जुड़े हुए हैं।
जून में आया था कॉल
जानकारी के मुताबिक, इस घटना की सूचना प्रह्लाद सिंह पटेल के निजी सचिव आलोक मोहन ने जून महीने के आखिरी सप्ताह में दी थी। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 419 (प्रतिरूपण) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की थी। जिसके बाद जुलाई के पहले सप्ताह में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।