जीवन में महत्वपूर्ण कार्यों के बनने बिगड़ने को लेकर लोग अक्सर चर्चा करते है। चर्चा के दौरान लोग यह भी कहते है कि कार्य आरंभ करते वक्त ही शुभ संकेत मिल गए, या कार्य आरंभ करते ही अशुभ होने का संकेत मिल गया था।
shakun shastra: जीवन में महत्वपूर्ण कार्यों के बनने बिगड़ने को लेकर लोग अक्सर चर्चा करते है। चर्चा के दौरान लोग यह भी कहते है कि कार्य आरंभ करते वक्त ही शुभ संकेत मिल गए, या कार्य आरंभ करते ही अशुभ होने का संकेत मिल गया था। प्राचीन भारतीय धर्म शास्त्र इस विषय पर प्रकाश डालते है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वराह संहिता में शकुन और अपशकुनों के बारे में बताया गया है। हिन्दू संस्कृति में शकुन शास्त्र का बहुत व्यापक प्रभाव है और यह एक प्रकार से अनुभूत विद्या है। आइये जानते है जीवन से जुड़े कुछ ऐसे ही शुभ एवं अशुभ-शकुन के बारे में।
1.महामारी, दुर्भिक्ष या भूकंप की सूचना पर यदि जीव-जंतु तथा मनुष्य छींक दे तो अनिष्ट के दूर होने की संभावना रहती है।
2.सूर्य तथा चंद्र ग्रहण के अवसर पर सरोवर स्नान की महिमा कही गई है।
3.छछूंदर का घर में होना बहुत शुभ होता है। जिस घर में छछूंदर होते हैं वहां मां लक्ष्मी का वास होता है।
4.यदि हाथ् से छूट कर किचन में खाद्य तेल गिर जाए घर-परिवार किसी बड़े कर्ज में फसने वाला है ।
5.हंस का दर्शन तथा पंखों का फड़फड़ाना कार्य सिद्धि का संकेत माना जाता है।
6.नीलकंठ का सामने से मिलना यश प्राप्ति का सूचक है।
7.नया बिजनेस शुरू करते समय अपनी दुकान या ऑफिस में चांदी का कछुआ रखना बहुत शुभ माना जाता है।
8.कौआ आपको पानी पीता हुआ दिखाई दे तो यह धन लाभ का संकेत माना जाता है।