जीवन यात्रा में गूढ़ विद्यायें जीवन से जुड़े विशेष संकेतों के बारे में बताती है। शुभ- अशुभ के प्रश्न पर प्राचीन काल से चर्चा होती आ रही है। कार्य आरंभ करते समय मिलने वाले संकेतों के आधार पर शकुन और अपशकुन का विचार शकुन शास्त्र करता आ रहा है।
shakun shastra: जीवन यात्रा में गूढ़ विद्यायें जीवन से जुड़े विशेष संकेतों के बारे में बताती है। शुभ- अशुभ के प्रश्न पर प्राचीन काल से चर्चा होती आ रही है। कार्य आरंभ करते समय मिलने वाले संकेतों के आधार पर शकुन और अपशकुन का विचार शकुन शास्त्र करता आ रहा है। आईये जानते है जीवन से जुड़े कुछ ऐसे ही शुभ एवं अशुभ शकुन के बारे में।
1.सुबह के समय यदि पानी या दूध से भरी बाल्टी दिखाई दे तो शुभ होता है। इससे मन में सोचे कार्य पूरे होते हैं।
2.खाली बाल्टी देखना अपशकुन समझा जाता है, जो बने-बनाए कार्यों को बिगाड़ देता है।
3.शीशे का टूटना भी किसी बुरा घटना का संकेत माना गया है। शीशा टूटने पर उसे तुरंत घर से बाहर फेंक देना चाहिए।
4.टूटे हुए शीशे में कभी भी अपनी शक्ल नहीं देखनी चाहिए।
5.गृहिणी के पास चाबियों का कोई ऐसा गुच्छा है, जिस पर बार-बार साफ करने के बाद भी जंग चढ़ जाए तो यह एक अच्छा शकुन है।
6.यात्रा में कूड़े से भरी टोकरी, सामान से लदा हुआ वाहन नजर आ जाए तो निश्चय ही आपको सफलता प्राप्त होगी।
7.हंस का दर्शन तथा पंखों का फड़फड़ाना कार्य सिद्धि का संकेत माना जाता है।
8.कोई चिड़िया सर पर बैठे तो अचानक धन की प्राप्ति होगी।
9.घर पर या उसके निकट उल्लुओं का आना या बोलना महा अशुभ माना जाता है।
10.गाय का मार्ग रोकना शुभ कहा गया है।