प्रदोष का व्रत जीवन के दोषों को दूर करता है। यह व्रत भगवान भोलेनाथ की आराधना करने का व्रत है। भगवान भोलेनाथ को सर्मपित यह व्रत जीवन के समस्त कष्टों का समूल नाश करता है। सूर्य के उत्तरायण होने के अगले ही दिन 15 जनवरी 2022 को पहला शनि प्रदोष व्रत आ रहा है।
Shani Pradosh Vrat 2022 : प्रदोष का व्रत जीवन के दोषों को दूर करता है। यह व्रत भगवान भोलेनाथ की आराधना करने का व्रत है। भगवान भोलेनाथ को सर्मपित यह व्रत जीवन के समस्त कष्टों का समूल नाश करता है। सूर्य के उत्तरायण होने के अगले ही दिन 15 जनवरी 2022 को पहला शनि प्रदोष व्रत आ रहा है। शनि प्रदोष का व्रत करने से शनि की पीड़ा तो शांत होती ही है, जो लोग शनि की साढ़ेसाती, ढैया आदि से परेशान चल रहे हैं उन्हें भी बड़ी राहत मिलती है। इस व्रत को रखने से आयु और आरोग्य की प्राप्ति होती है।आईये जानते है कि प्रदोष व्रत में क्या करना चाहिए।
1.शनि प्रदोष का व्रत करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए शिवजी का अभिषेक करने से सर्व सुखों की प्राप्ति होती है।
2.शनि प्रदोष के दिन शिवसहस्रनाम का पाठ करने से समस्त सुख भोग की प्राप्ति होती है।
3.भगवान शिव का गंगाजल और गाय के दूध से क्रमश: अभिषेक करें। फिर उनको सफेद चंदन का लेप करें।
4.भगवान शिव को शहद, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी पत्ता, मदार का फूल, मौसमी फल आदि अर्पित करें। इस दौरान ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें।