देश में जिस तरीके से कोरोना के मामले बढ़ जा रहे हैं। उसको देखते हुए केंद्र सरकार की तैयारी है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोविड वैक्सीन लगाकर इस महामारी से बचाया जाए।मिली जानकारी के अनुसार देश में छह और वैक्सीन ट्रायल प्रक्रिया से गुजर रही हैं।
नई दिल्ली। देश में जिस तरीके से कोरोना के मामले बढ़ जा रहे हैं। उसको देखते हुए केंद्र सरकार की तैयारी है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोविड वैक्सीन लगाकर इस महामारी से बचाया जाए।
मिली जानकारी के अनुसार देश में छह और वैक्सीन ट्रायल प्रक्रिया से गुजर रही हैं। इसमें एक वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल पूरा हो चुका है, जबकि अन्य वैक्सीन की ट्रायल प्रक्रिया चल रही है, जो जल्द पूरी हो जाएगी। ट्रायल पूरा होने के बाद चरणबद्ध तरीके से सब कुछ परखने के साथ इनको भी बाजार में उतारने की तैयारियां चल रहीं हैं।
देश में लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले सप्ताह केंद्रीय दवा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक में ड्रग रेगुलेटर के एक्सपर्ट कमेटी के तमाम सदस्यों के अलावा केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन के भी आला अधिकारी शामिल हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, कमेटी ने देश में जल्द ही लांच होने वाली वैक्सीन और उनकी पूरी तैयारियों का ब्यौरा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ साझा किया। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी मिलने के साथ छह अन्य वैक्सीन ट्रायल की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। अनुमान है कि अगले कुछ महीनों में ये सभी वैक्सीन चरणबद्ध तरीके से अपनी वैधानिक प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद बाजार में उतार दी जाएंगी।
सबसे पहले बाजार में आएगी स्पूतनिक वैक्सीन
पिछले हफ्ते आयोजित हुई बैठक में स्पूतनिक वैक्सीन को बाजार में लॉन्च करने की प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया गया है। वैक्सीन को बनाने वाली कंपनी डॉ. रेड्डीज के अधिकारियों ने वैक्सीन को लॉन्च करने करने से पहले की प्रक्रियाओं के तहत अधिकारियों के साथ बैठक की थी, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की एक्सपर्ट कमेटी ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से कुछ और जानकारी मांगी है। दवा बनाने वाली कंपनी के सूत्रों का कहना है कि जो जानकारी कंपनी से मांगी गई है, उसको जल्द से जल्द केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को मुहैया करा दिया जाएगा ताकि इस वैक्सीन को कोविड-19 से बचाव के लिए बाजार में जल्द से जल्द उतारा जा सके।
ये वैक्सीन भी जल्द आ सकती है बाजार में
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, अनुमान है कि अगले कुछ हफ्ते में ही वो पूरा डाटा मिल जाएगा और वैक्सीन को उसके आधार पर अनुमति भी दी जा सकती है। हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक इसका कोई वक्त अभी तय नहीं किया गया है। रूस की स्पूतनिक वैक्सीन के अलावा जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वैक्सीन को भी भारत में जल्द से जल्द उतारने की अनुमति मिल सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, जितनी जल्दी ट्रायल से संबंधित डाटा भारतीय ड्रग रेगुलेटर अथॉरिटी की एक्सपर्ट कमेटी को मिल जाएगा इतनी जल्दी ही इस वैक्सीन को भी बाजार में उतारने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा।
स्पूतनिक और जॉनसन एंड जॉनसन के अलावा देश में चार और अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि अगले 4 से 6 महीने के भीतर इनका ट्रायल पूरा हो जाएंगे। उसके बाद उनको भी बाजार में उतारने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, केंद्र सरकार की पूरी तैयारी है कि इस साल के अंत तक हम दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 वैक्सीन के ना सिर्फ उत्पादनकर्ता बने बल्कि पूरी दुनिया को अपनी वैक्सीन से सुरक्षित भी कर सके। इसके लिए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वैक्सीन को मॉनीटर करने वाली आईडीआरसी लगातार मॉनिटरिंग भी कर रही है।
साल के अंत तक बाजार में होगी आठ वैक्सीन
जिस तरीके से देश में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, उसी वजह से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस बात को लेकर ज्यादा जोर दे रहा है कि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन बाजार में हों और लोग उनको लगवाकर सुरक्षित हो सके। यही वजह है कि सभी वैधानिक तरीकों से पूर्ण किए गए ट्रायल और उनके ट्रायल के परिणामों के साथ इनकी मॉनिटरिंग हो रही है। वैक्सीन लॉन्चिंग की प्रक्रिया से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अनुमान है साल के अंत तक हमारे पास कम से कम आठ अलग-अलग कंपनियों की वैक्सीन उपलब्ध होगी।