PM Modi in 32nd ICAE Conference: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (ICAE) का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी ने देश के छोटे किसानों को भारत की खाद्य सुरक्षा की सबसे बड़ी ताकत बताया। उन्होंने कहा, 'एग्रीकल्चर हमारे आर्थिक नीति (Economic Policy) का केंद्र है। हमारे यहां करीब 90 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं, जिनके पास बहुत कम जमीन हैं, ये छोटे किसान ही भारत की खाद्य सुरक्षा (Food Security) की सबसे बड़ी ताकत हैं। यही स्थिति एशिया के कई विकासशील देशों में है, इसलिए भारत का मॉडल कई देशों में काम आ सकता है।'
PM Modi in 32nd ICAE Conference: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज शनिवार को कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (ICAE) का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी ने देश के छोटे किसानों को भारत की खाद्य सुरक्षा की सबसे बड़ी ताकत बताया। उन्होंने कहा, ‘एग्रीकल्चर हमारे आर्थिक नीति (Economic Policy) का केंद्र है। हमारे यहां करीब 90 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं, जिनके पास बहुत कम जमीन हैं, ये छोटे किसान ही भारत की खाद्य सुरक्षा (Food Security) की सबसे बड़ी ताकत हैं। यही स्थिति एशिया के कई विकासशील देशों में है, इसलिए भारत का मॉडल कई देशों में काम आ सकता है।’
नई दिल्ली के एनएएससी परिसर में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने दुनियाभर से आए कृषि अर्थशास्त्रियों से कहा, ‘ मुझे खुशी है कि 65 साल के बाद ICAE की ये Conference भारत में फिर हो रही है। आप दुनिया के अलग अलग देशों से भारत आए हैं। भारत के 120 मिलियन किसानों की तरफ से आपका स्वागत है।’ उन्होंने कहा, ‘भारत जितना प्राचीन है, उतनी ही प्राचीन एग्रीकल्चर (Agriculture) और फूड (Food) को लेकर हमारी मान्यताएं हैं, हमारे अनुभव हैं। भारतीय कृषि परंपरा में साइंस को, लॉजिक को प्राथमिकता दी गई है। हमारे अन्न को औषधीय प्रभावों के साथ इस्तेमाल करने का पूरा आयुर्वेद विज्ञान है। ये पारंपरिक नॉलेज सिस्टम भारत के समाज जीवन का हिस्सा है।’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘पिछली बार जब ICAE की Conference यहां हुई थी, तब भारत को उस समय नई नई आजादी मिली थी। वह भारत की Food Security को लेकर भारत के एग्रीकल्चर को लेकर चुनौतियों से भरा समय था। आज भारत भोजन अधिशेष (Food surplus) देश है। आज भारत दूध, दाल और मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक है।’ उन्होंने कहा, ‘एक वो समय था जब भारत की खाद्य सुरक्षा (Food Security) दुनिया की चिंता का विषय था, और एक आज का समय है, जब भारत वैश्विक खाद्य सुरक्षा (Global Food Security), वैश्विक पोषण सुरक्षा (Global Nutrition Security) के समाधान (Solutions) देने में जुटा है।’
बता दें कि कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (ICAE) का भारत में 65 वर्षों के बाद आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन का उद्देश्य अनुसंधान संस्थानों और यूनिवर्सिटीज के बीच साझेदारी को मजबूत करना, राष्ट्रीय और वैश्विक दोनों स्तरों पर नीति निर्माण को प्रभावित करना, डिजिटल कृषि और टिकाऊ कृषि-खाद्य प्रणालियों में प्रगति सहित भारत की कृषि प्रगति को प्रदर्शित करना है। सम्मेलन (ICAE) के शुभारंभ के मौके पर पीएम मोदी के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे।