सपा सरकार के समय पुजारियों के लिए मानदेय दिया गया था व दर्शनार्थियों को कई सुविधाएं उपलब्ध थीं। आज भाजपा सरकार न तो पुजारियों का मानदेय बढ़ा रही है न जनता के लिए सुविधाएं बस धन उगाही के नये-नये तरीके ढूंढ रही है। भाजपा धर्म का बाज़ारीकरण कर आस्थाओं का शोषण न करे,जनता आक्रोशित है।
UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा सरकार (BJP government) पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने सपा सरकार के दौरान पुजारियों के लिए मानदेय देने की बात कहते हुए भाजपा सरकार (BJP government) को घेरा है। उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार (BJP government) न तो पुजारियों का मानदेय बढ़ा रही है न जनता के लिए सुविधाएं बस धन उगाही के नये-नये तरीके ढूंढ रही है। इसके साथ ही उन्होंने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में आ रही दरार पर भी सरकार को घेरते हुए सवाल उठाए हैं।
सपा सरकार के समय पुजारियों के लिए मानदेय दिया गया था व दर्शनार्थियों को कई सुविधाएँ उपलब्ध थीं।आज भाजपा सरकार न तो पुजारियों का मानदेय बढ़ा रही है न जनता के लिए सुविधाएँ बस धन उगाही के नये-नये तरीके ढूँढ रही है।
भाजपा धर्म का बाज़ारीकरण कर आस्थाओं का शोषण न करे,जनता आक्रोशित है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 14, 2023
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर लिखा है कि, सपा सरकार के समय पुजारियों के लिए मानदेय दिया गया था व दर्शनार्थियों को कई सुविधाएं उपलब्ध थीं। आज भाजपा सरकार न तो पुजारियों का मानदेय बढ़ा रही है न जनता के लिए सुविधाएं बस धन उगाही के नये-नये तरीके ढूंढ रही है। भाजपा धर्म का बाज़ारीकरण कर आस्थाओं का शोषण न करे,जनता आक्रोशित है।
भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार से ऐसा करार है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में आ रही दरार ही दरार है।
उच्च गुणवत्तावाले विकास कार्य करने के लिए भाजपा सरकार सपा को अपना सलाहकार बनाए और ये सीखे कि ऐसा एक्सप्रेसवे कैसे बनाया जाता है जहां भारी-भरकम जहाज़ भी उतारे जा सकते हैं। pic.twitter.com/y2p1IJVTDT
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 14, 2023
इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लिखा है कि, ‘भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार से ऐसा करार है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में आ रही दरार ही दरार है। उच्च गुणवत्तावाले विकास कार्य करने के लिए भाजपा सरकार सपा को अपना सलाहकार बनाए और ये सीखे कि ऐसा एक्सप्रेसवे कैसे बनाया जाता है जहां भारी-भरकम जहाज़ भी उतारे जा सकते हैं।’