राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के रजत जंयती समारोह पर सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को लंबे समय के बाद लालू यादव संबोधित किया। तबियत खराब होने के कारण लालू यादव दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से पटना में हो रहे रजय जयंती समारोह को संबोधित कर रहे हैं।इस दौरान लालू प्रसाद यादव ने मंडल आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि समाज के वंचित लोगों को पहली बार हमारी सरकार में बूथ तक जाने का मौका मिला। कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए लालू यादव ने कहा कि हमने कर्पूरी ठाकुर के अरमानों को पूरा किया है, पूरा कर रहे हैं और संघर्ष कर रहे हैं।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के रजत जंयती समारोह पर सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को लंबे समय के बाद लालू यादव संबोधित किया। तबियत खराब होने के कारण लालू यादव दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से पटना में हो रहे रजय जयंती समारोह को संबोधित कर रहे हैं।
इस दौरान लालू प्रसाद यादव ने मंडल आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि समाज के वंचित लोगों को पहली बार हमारी सरकार में बूथ तक जाने का मौका मिला। कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए लालू यादव ने कहा कि हमने कर्पूरी ठाकुर के अरमानों को पूरा किया है, पूरा कर रहे हैं और संघर्ष कर रहे हैं।
यादव ने कहा कि आरजेडी का भविष्य उज्जवल है। उन्होंने कहा कि मैंने पांच-पांच प्रधानमंत्री को देखा और बनाने में सहयोग किया, हमें केंद्रीय मंत्री नहीं बनाया गया था तो हमने कुछ नहीं बोला, लेकिन नीतीशजी व्याकुल थे, तो उन्हें कहकर शायद कृषि मंत्री बनवा दिया था। उन्होंने कहा कि बिहार आंदोलन के दौरान मेरे मारे जाने की खबर आई, इससे गरीबों को बहुत ताकत दिया।
आरजेडी कार्यकर्ताओं से लालू ने कहा कि आज देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसके साथ ही सामाजिक ताने-बाने को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब अयोध्या के बाद मथुरा का नारा दिया जा रहा है, क्या चाहते हैं देश में? सत्ता के लिए देश को तोड़ा जा रहा है, सामाजिक ताना-बाना को मजबूत रखने के लिए आरजेडी कार्यकर्ता काम करें।
केंद्र और बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि कोरोना के साथ महंगाई, बेरोजगारी ने लोगों की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि देश में जहाज-रेल को औने-पौने दाम में बेचा जा रहा है। इतनी गरीबी-इतनी महंगाई अगर हमारी सरकार में होती तो लोग चलना दूभर कर देते, लेकिन आज कोई सुनवाई नहीं है। इसका असर गरीबों पर पड़ रहा है।
यादव ने कहा कि हम पीछे हटने वाले नहीं, मिट जाएंगे लेकिन टूटने वाले नहीं हैं। मेरे राज को जंगलराज बोला जाता था, क्योंकि वो गरीबों का राज था। उन्होंने कहा कि अरसे से बिहार में रोटी एक तरफ पक रही थी, जब मैंने पलटा तो लोगों को दिक्कत हो गई, तब चिल्लाने लगे कि जंगलराज आ गया, जंगलराज।
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के साथ कोरोना के कारण देश कई साल पीछे चला गया है। उन्होंने कहा कि अब कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है। लोग डरे हुए हैं। यादव ने कहा कि कोरोना की वजह से देश में जितनी मौत हुई है, उसकी गिनती नहीं की जा सकती है। बिहार के गांव के साथ शहर में लोग बड़ी संख्या में मरे, किसी भी चीज का प्रबंध नहीं किया गया।
इससे पहले आरजेडी नेता व बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि वे गरीब, पीड़ित और वंचितों की आवाज हैं। इन वर्गों के अधिकार की रक्षा के लिए उनका जीवन समर्पित हैं। आप सभी लोग उनके विचारों को समझें और समाज के सभी वर्ग, तबके के उत्थान के लिए संघर्ष करें। आपकी सरकार बनेगी तब सबको सम्मान और अधिकार मिलेगा।
वहीं, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने हमला बोलते हुए कहा कि लालू प्रसाद अब जेल में रहें या जमानत पर, पार्टी के पोस्टर-बैनर से गायब किए जाएं या उनकी सचित्र वापसी हो, बिहार की राजनीति पर इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। यह दिल बहलाने के लिए एक राजनीतिक दल की आंतरिक कसरत-भर है।