लालू यादव ने कहा कि, जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है।
नई दिल्ली। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जातिय जनगणन को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों की तरफ से बड़ा दाव चला गया है। बिहार में जातिगत गणना की रिपोर्ट को भी जारी कर दिया गया है। सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में जातिगत जनगणना पर चर्चा हुई और सबने इसका समर्थन किया। इसमें कहा गया कि, कांग्रेस के मुख्यमंत्री अपने राज्यों में जाति आधारित गणना का काम कराएंगे। वहीं, अब राजद प्रमुख लालू यादव का बड़ा बयान आया है।
जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है।
किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से…
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 9, 2023
उन्होंने कहा कि, ”जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है। किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते है। कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा।”