Cyclone Montha : चक्रवात मोन्था के आंध्र तट की ओर बढ़ने के कारण कई तटीय जिलों में भारी बारिश, तेज आंधी और आपातकालीन निकासी की स्थिति पैदा हो गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने की चेतावनी दी गई है। तूफान से बिजली आपूर्ति बाधित होने, पेड़ उखडने और संचार व्यवस्था ठप होने की आशंका है। इस तूफान के आज शाम या रात तक मछलीपट्टनम और कलिंगपटनम के बीच तट को पार करने की उम्मीद है। आंध्र प्रदेश में पूर्वानुमान है, श्रीकाकुलम, विजयनगर, विशाखापट्टनम, पूर्वी गोदावरी, एलुरु और पश्चिम गोदावरी जैसे जिलों को इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
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दक्षिणी ओडिशा के आठ जिलों में बारिश
प्रशासन ने पहले ही नौ जिलों में स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को 30 अक्टूबर तक बंद करने की घोषणा कर दी है, जबकि पूर्वी तटीय रेलवे ने वाल्टेयर क्षेत्र और उससे जुड़े मार्गों पर चलने वाली कुछ ट्रेनों को रद्द करने, उनके मार्ग बदलने तथा कुछ समय के लिए उन्हें बीच में ही रोकने की घोषणा की है।
तटीय निवासियों को पुनर्वास केंद्रों में किया स्थानांतरित
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों को “Zero casualties” सुनिश्चित करने और Minimal damage सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। संवेदनशील तटीय निवासियों को पुनर्वास केंद्रों में स्थानांतरित किया जा रहा है, जहाँ भोजन, पेयजल और चिकित्सा सहायता की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक केंद्र के संचालन की निगरानी के लिए विशेष अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। प्रसव के करीब पहुँच चुकी लगभग 787 गर्भवती महिलाओं को एहतियात के तौर पर पास के अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
तमिलनाडु में भारी बारिश
चेन्नई, तिरुवल्लूर, रानीपेट और कांचीपुरम सहित उत्तरी तमिलनाडु में सोमवार को भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने कहा कि चक्रवात के आंध्र प्रदेश से गुजरने के बाद भी इस क्षेत्र में बारिश जारी रहेगी। तिरुवल्लूर और चेन्नई के जिला कलेक्टरों ने स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं, जबकि उप-मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि राज्य बाढ़ नियंत्रण उपायों और चिकित्सा तैयारियों के साथ “पूरी तरह तैयार” है।