घातक कोरोना की पहुंच ओलिंपिक खेल गांव में भी हो गई है। विश्व भर के खिलाड़ी ओलिंपिक खेलों में भाग लेने के लिए टोक्यो पहुंच रहे हैं। टोक्यो 2020 के आयोजकों ने इस बात की पुष्टि की है कि ओलिंपिक खेल गांव में कोविड19 का पहला केस सामने आया है।
नई दिल्ली: घातक कोरोना की पहुंच ओलिंपिक खेल गांव में भी हो गई है। विश्व भर के खिलाड़ी ओलिंपिक खेलों में भाग लेने के लिए टोक्यो पहुंच रहे हैं। टोक्यो 2020 के आयोजकों ने इस बात की पुष्टि की है कि ओलिंपिक खेल गांव में कोविड19 का पहला केस सामने आया है। आयोजन समिति के प्रवक्ता ने कहा, ‘ओलिंपिक खेल गांव में एक शख्स है जो पॉजिटिव पाया गया है। यह पहला केस है जो स्क्रीनिंग के समय सामने आया है।’ खबरों के अनुसार पॉजिटिव पाए गए खिलाड़ी को अस्पताल ले जाया गया है।
इसके पहले कोरोना महामारी के कारण ओलिंपिक खेलों को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया था। पहले इन खेलों को पिछले साल 21 जुलाई से आयोजित होना था लेकिन अब यह 23 जुलाई से शुरू होने वाले हैं। खेल शुरू होने से पहले रूस की टीम, ब्राजील की टीम यहां तक की मेजबान जापान की टीम में भी कोरोना के मामले सामने आए हैं।
ओलंपिक खेलों के आयोजक की ओर से जारी बयान में कहा गया, ”खेल गांव में कोरोना वायरस का पहला मामला मिला है। स्क्रीनिंग टेस्ट के दौरान कोरोना वायरस का मामला मिला। ‘टोक्यो के लगातार इन खेलों के आयोजन का विरोध कर रहे हैं। खेल गांव को कोरोना वायरस के खतरे से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जा रहा है। आयोजन कमेटी के चीफ ने कहा, ”हम कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए हर जरूरी कदम उठा रहे हैं। एक कोरोना वायरस फैलता है तो हमारे पास उससे निपटने के लिए एक प्लान जरूर होगा। कई जानकारों ने कोरोना के बीच खेलों के आयोजन को जोखिम भरा बताया है। आयोजक इस बात का दावा कर रहे हैं कि ओलिपिंक खेल गांव में 85 प्रतिशत लोग वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके हैं। आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाक ने भी कहा था कि ओलिंपिक खेलों में कोरोना के फैलने का जोखिम ‘जीरो’ हैं।