दक्षिण पूर्वी तुर्की और सीरिया में आयी प्राकृतिक आपदा ने देश हिला कर रख दिया। तुर्की में सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे कई इमारतों जमींदोज हो गईं।
Turkey-Syria earthquake : दक्षिण पूर्वी तुर्की और सीरिया में आयी प्राकृतिक आपदा ने देश हिला कर रख दिया। तुर्की में सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे कई इमारतों जमींदोज हो गईं। भूकंप का केंद्र सीरियाई सीमा से करीब 90 किलोमीटर दूर गज़ियान्तेप शहर के उत्तर में था।
बर्फीले क्षेत्र में इमारत गिरने से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई, जिससे मलबे में फंसे लोगों की तलाश शुरू हो गई। भूकंप के झटके साइप्रस और लेबनान में भी महसूस किया गया। खबरों के अनुसार आंशिक रूप से ढह गई इमारतों के अंदर और सड़क पर खड़े लोग मदद की गुहार लगाते नजर आए। भूकंप का बड़ा असर देश के 10 शहरों पर पड़ा है। ये शहर हैं- कहमानमारश, हैटे, गाज़िएनटेप, ओस्मानिये, अदियामान, सनलिउर्फ़ा, मलेटिया, अदाना, दियारबाकिएर और किलिस
तुर्की में आई इस आपदा पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। तुर्की में आई इस आपदा पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। ट्विटर पर उन्होंने लिखा, “तुर्की में आए भूकंप के कारण हुई जान-माल की क्षति से दुख हुआ। शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना। घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारत तुर्की के लोगों के साथ खड़ा है और हर इस संकट से उबरने में हर संभव मदद करने को तैयार है।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा है कि तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से हुई तबाही से अमेरिका चिन्तित है।