सनातन धर्म में व्रत,अनुष्ठान का विशेष महत्व है। हिंदू देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए व्रत ,अनुष्ठान का प्रयोजन किया जाता है।भक्त गण व्रत के माध्यम से देवी देवताओं के देवताओं प्रति समर्पण व्यक्त करते है।
Vijaya Ekadashi 2022 : सनातन धर्म में व्रत,अनुष्ठान का विशेष महत्व है। हिंदू देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए व्रत ,अनुष्ठान का प्रयोजन किया जाता है।भक्त गण व्रत के माध्यम से देवी देवताओं के देवताओं प्रति समर्पण व्यक्त करते है। प्राचीन काल से ही एकादशी का व्रत किया जाता है। पद्म पुराण के अनुसार स्वयं महादेव ने नारद जी को उपदेश देते हुए कहा था कि, ’एकादशी महान पुण्य देने वाली होती है’।
मान्यता है कि जो मनुष्य विजया एकादशी का व्रत रखता है उसके पितृ और पूर्वज कुयोनि को त्याग स्वर्ग लोक जाते हैं। इसके साथ ही व्रती को हर कार्य में सफलता प्राप्त होती ही है। उसे पूर्व जन्म से लेकर इस जन्म के पापों से मुक्ति मिलती है।विजया एकादशी हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है।
विजया एकादशी व्रत 2022: 27 फरवरी
एकादशी तिथि शुरू: 26 फरवरी 2022 सुबह 10:39 बजे।
एकादशी तिथि समाप्त: 27 फरवरी 2022 सुबह 08:12 बजे।
इस व्रत को करने वाले अपने शत्रुओं पर विजया पा सकते है। विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। विजया एकादशी के महत्व के बारे में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया था।