मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, नई संसद की क्या जरूरत थी? पहले की इमारत एक ऐतिहासिक थी, मैंने बार-बार कहा है कि सत्ता में बैठे लोग इस देश के इतिहास को बदल देंगे। आज नीति आयोग की बैठक और कल नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने का कोई मतलब नहीं।
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) इन दिनों मोदी सरकार (Modi government) पर हमलावर हैं और लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। इस बीच उन्होंने नए संसद भवन (new parliament building) और नीति आयोग की बैठक को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इतिहास बदलने की जगह क्या वे इतिहास भुला देंगे? वहीं, नई दिल्ली में हो रही नीति आयोग की बैठक में जाने से सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने इनकार कर दिया है। साथ ही कल यानी रविवार को संसद के नए भवन के उद्घाटन को लेकर भी बयान दिया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने कहा कि, नई संसद की क्या जरूरत थी? पहले की इमारत एक ऐतिहासिक थी, मैंने बार-बार कहा है कि सत्ता में बैठे लोग इस देश के इतिहास को बदल देंगे। आज नीति आयोग की बैठक और कल नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने का कोई मतलब नहीं।
उन्होंने कहा कि पहले ही जब मुझे ये पता चला कि नया संसद भवन बन रहा है तो मुझे अच्छा नहीं लगा, उन्होंने ये सब देश की आजादी से जुड़ा इतिहास है, अगर जरूरत थी तो इसे ही विकसित करना देना चाहिए था। अलग से नया बनाने की कोई आवश्यकता नहीं थी।
भाजपा ने नीतीश कुमार पर किया पलटवार
बता दें कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) पर भाजपा ने पलटवार किया है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को इस बैठक में शामिल होना चाहिए था लेकिन उनके नहीं जाने से बिहार के विकास में बाधा पहुंचेगी। यदि वह नीति आयोग की बैठक में शामिल होते तो बिहार के विकास के लिए जो जरूरी नीतियां है, उस पर चर्चा होती। लेकिन, नीतीश कुमार की मनसा बिहार का विकास करना नहीं है। इसी कारण हो नीति आयोग की बैठक से दूरी बना रहे हैं।