पवन खेड़ा ने कहा, जब 'भारत जोड़ो यात्रा' चल रही थी, तो इसे असफल करने के कई षड्यंत्र हुए लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। एक जुड़ा हुआ भारत किसे परेशान कर सकता है? वे कौन सी ताकतें हैं जो अब 'भारत' को 'इंडिया' से भिड़वा रही हैं? आज यह सवाल बेहद जरूरी है, क्योंकि यह देश के वर्तमान और भविष्य के साथ जुड़ा हुआ है।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने गुरुवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की पहली वर्षगांठ पर प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि, आज ऐतिहासिक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की पहली वर्षगांठ पर मैं लाखों निडर भारतीयों का धन्यवाद करता हूं। यह यात्रा मीलों और किलोमीटरों में नहीं नापी जा सकती है। यह यात्रा सैकड़ों भाषाएं, लाखों आहें, करोड़ों उम्मीदें के रास्ते से होते हुई भारत के दिल में समा गई। यह यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। यात्रा अभी चल रही है।
उन्होंने कहा कि, जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ चल रही थी, तो इसे असफल करने के कई षड्यंत्र हुए लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। एक जुड़ा हुआ भारत किसे परेशान कर सकता है? वे कौन सी ताकतें हैं जो अब ‘भारत’ को ‘इंडिया’ से भिड़वा रही हैं? आज यह सवाल बेहद जरूरी है, क्योंकि यह देश के वर्तमान और भविष्य के साथ जुड़ा हुआ है।
जब 'भारत जोड़ो यात्रा' चल रही थी, तो इसे असफल करने के कई षड्यंत्र हुए लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली|
एक जुड़ा हुआ भारत किसे परेशान कर सकता है?
वे कौन सी ताकतें हैं जो अब 'भारत' को 'इंडिया' से भिड़वा रही हैं?
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— Congress (@INCIndia) September 7, 2023
पवन खेड़ा ने कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा’ एक तीर्थ यात्रा थी और तीर्थ यात्रा कभी समाप्त नहीं होती। तीर्थ यात्रा, हर यात्रा का प्रारंभ होती है। हम आपको वचन देते हैं कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के आदर्श, प्रेरणा और उद्देश्य निरंतरता में जारी रहेंगे।