उत्तर प्रदेश में जहरील शराब पर रोक लगाने के किए जा रहे दावे सिर्फ कागजों में ही सिमट गए हैं। एक के बाद एक जहरीली शराब से हो रही मौतें सरकार की फजीहत करा रहीं हैं। लाख दावों के बाद भी जहरीली शराब से मौत की खबरें आ रहीं हैं। ताजा मामला अलीगढ़ क्षेत्र है, जहां पर 8 लोगों की जहरीली शराब पीने से जान चली गयी है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जहरील शराब पर रोक लगाने के किए जा रहे दावे सिर्फ कागजों में ही सिमट गए हैं। एक के बाद एक जहरीली शराब से हो रही मौतें सरकार की फजीहत करा रहीं हैं। लाख दावों के बाद भी जहरीली शराब से मौत की खबरें आ रहीं हैं। ताजा मामला अलीगढ़ क्षेत्र है, जहां पर 8 लोगों की जहरीली शराब पीने से जान चली गयी है।
वहीं, इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद ही सख्त हैं। उन्होंने आबकारी विभाग के शीर्ष अधिकारियों को अपने सरकारी आवास पर तलब किया है। माना जा रहा है कि वह इस प्रकरण में बेहद सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में हर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही दोषियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाने की जा सकती है। उनका निर्देश है कि अगर इन सभी ने सरकारी ठेके से शराब खरीदी है तो ठेका सीज करें। इतना ही नहीं दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलाम करें।
उससे जो भी धनराशि मिले, उसे मुआवजा के रूप में सभी मृतकों के परिवार के लोगों को प्रदान किया जाए। गौरतलब है कि अलीगढ़ के थाना लोधा क्षेत्र के अंतर्गत गांव करसुआ में जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया है कि मरने वालों ने गांव के ही ठेके से शराब खरीद कर पी थी।