प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आईआईटी कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह (54th Convocation of IIT Kanpur) को संबोधित करते हुए कहा कि आज कानपुर के लिए दोहरी खुशी का दिन है। उन्होंने कहाकि आज एक तरफ कानपुर को मेट्रो जैसी सुविधा मिल रही है। तो वहीं दूसरी और टेक्नोलॉजी की दुनिया को आईआईटी कानपुर से आप जैसे अनमोल उपहार भी मिल रहे हैं।
कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आईआईटी कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह (54th Convocation of IIT Kanpur) को संबोधित करते हुए कहा कि आज कानपुर के लिए दोहरी खुशी का दिन है। उन्होंने कहाकि आज एक तरफ कानपुर को मेट्रो जैसी सुविधा मिल रही है। तो वहीं दूसरी और टेक्नोलॉजी की दुनिया को आईआईटी कानपुर से आप जैसे अनमोल उपहार भी मिल रहे हैं। मेधावियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज जिन विद्यार्थियों को सम्मान मिला है, उन्हें बहुत-बहुत बधाई। आज आप जहां पहुंचे हैं, आपने जो योग्यता हासिल की है, उसके पीछे आपके माता पिता, आपके परिवार के लोग और आपके अध्यापकों जैसे अनेकों लोग होंगे।
PM Shri @narendramodi addresses 54th convocation ceremony of IIT, Kanpur.
https://t.co/6nC2yDxsSr— BJP (@BJP4India) December 28, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि कानपुर भारत के उन चुनिंदा शहरों में से है, जो इतना diverse है। सत्ती चौरा घाट से लेकर मदारी पासी तक, नाना साहब से लेकर बटुकेश्वर दत्त तक, इस शहर की सैर करते हैं तो ऐसा लगता है जैसे हम स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानों के गौरव की, उस गौरवशाली अतीत की सैर कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव की इस घड़ी में जब आप आईआईटी की लेगसी लेकर निकल रहे हैं तो उन सपनों को भी लेकर निकले कि 2047 में भारत कैसा होगा? आने वाले 25 सालों में भारत की विकास यात्रा की बागडोर आपको ही संभालनी है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज से शुरू हुई यात्रा में आपको सहूलियत के लिए शॉर्टकट भी बहुत लोग बताएंगे, लेकिन मेरी सलाह यही होगी कि आप comfort मत चुनना, challenge जरूर चुनना। क्योंकि, आप चाहें या न चाहें, जीवन में चुनौतियां आनी ही हैं।जो लोग उनसे भागते हैं वो उनका शिकार बन जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कौन भारतीय नहीं चाहेगा कि भारत की कंपनियां Global बनें, भारत के Product Global बनें। जो IITs को जानता है, यहां के टैलेंट को जानता है, यहां के प्रोफेसर्स की मेहनत को जानता है, वो ये विश्वास करता है ये IIT के नौजवान जरूर करेंगे। आजादी के इस 75वें साल में हमारे पास 75 से अधिक यूनिकोर्न्स हैं, 50 हजार से अधिक स्टार्टअप्स हैं। इनमें से 10 हजार स्टार्टअप तो केवल पिछले 6 महीनों में आएं हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था- प्रत्येक राष्ट्र के पास देने के लिए एक संदेश है, एक मिशन है जिसे पूरा करना है, एक नियति तक पहुंचना है (Every nation has a message to deliver, a mission to fulfill, a destiny to reach)।
पीएम मोदी ने कहा कि यदि हम आत्मनिर्भर नहीं होंगे, तो हमारा देश अपने लक्ष्य कैसे पूरे करेगा, अपनी Destiny तक कैसे पहुंचेगा? आप ये कर सकते हैं, मेरा आप पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि मेरी बातों में आपको अधीरता नजर आ रही होगी लेकिन मैं चाहता हूं कि आप भी इसी तरह आत्मनिर्भर भारत के लिए अधीर बनें। आत्मनिर्भर भारत, पूर्ण आजादी का मूल स्वरूप ही है, जहां हम किसी पर भी निर्भर नहीं रहेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले अगर सोच काम चलाने की होती थी, तो आज सोच कुछ कर गुजरने की, काम करके नतीजे लाने की है। पहले अगर समस्याओं से पीछा छुड़ाने की कोशिश होती थी, तो आज समस्याओं के समाधान के लिए संकल्प लिए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि आपने अपनी जवानी के इतने महत्वपूर्ण वर्ष technology का एक्सपर्ट बनने में लगाए हैं। आपके लिए इससे बड़ा अवसर क्या होगा? आपके पास तो भारत के साथ ही पूरे विश्व में technology के क्षेत्र में योगदान करने का बहुत बड़ा अवसर है।