उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर भ्रष्टाचारी और घोटालेबाजों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। लेकिन यूपी आवास विकास परिषद में कुछ ऐसे अफसर हैं, जो करोड़ों रुपयों की भूमि घोटाला करने वाले आगरा के शोभिक गोयल पर मेहरबान हैं। साथ ही इस घोटालेबाज की जांच की फाइलों को भी अफसरों ने दबा दिया है।
आगरा। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर भ्रष्टाचारी और घोटालेबाजों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। लेकिन यूपी आवास विकास परिषद में कुछ ऐसे अफसर हैं, जो करोड़ों रुपयों की भूमि घोटाला करने वाले आगरा के शोभित गोयल पर मेहरबान हैं। साथ ही इस घोटालेबाज की जांच की फाइलों को भी अफसरों ने दबा दिया है।
सहकारी कृषि पर्यवेक्षक देवेंद्र कुमारी सोनी की भी जांच में शोभिक गोयल के द्वारा किए गए भूमि घोटाले के प्रमाण मिले थे। उन्होंने आरोपी पर कार्रवाई के लिखा था लेकिन आज तक उस जांच पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। देवेंद्र कुमार सोनी ने अपनी जांच में कहा था कि शोभित गोयल ने फर्जी तरीके से सीमित की सिंकदरा योजना में सेक्टर 12 एवं 15 में विवादित नीलामी के दौरान करोड़ों ंका घोटाल किया।
इसके साथ ही उन्होंने अपनी जांच में शोभिक गोयल द्वारा किये गये दान पत्र एवं अनुबंध पत्र को निरस्त करते हुये तत्कालीन सचिव एवं प्रबन्ध कमेटी के विरुद्ध कार्यवाही की अपेक्षित होने का उल्लेख किया था। हालांकि, इसके बाद भी करोड़ों का भूमि घोटाला करने वाले शोभित गोयल पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दरअसल, आगरा के 47 नॉर्थ अर्जुन नगर निवासी योगेश महाजन ने शोभित गोयल को लेकर कई शिकायत की थी, जिसकी जांच में ये सब सामने आया है।