अखिलेश यादव ने कहा कि, ये ‘डॉयल 100’ के किसी एक ‘संवाद अधिकारी’ का ‘पीड़ा-पत्र’ नहीं है बल्कि हर एक का है। मुख्यमंत्री जी से मिलने से पहले ही, रात भर ठंड में बैठकर अपनी मांग करने वाली बहन-बेटियों को सुबह हिरासत में ले लिया गया। भाजपा का नारी वंदन का सत्य रूप ‘नारी बंधन’ है। शर्मनाक, निंदनीय, असहनीय!
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में यूपी-112 मुख्यालय में तैनात सैकड़ों महिला कर्मचारी सोमवार दोपहर से ही कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस अफसरों ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ। मंगलवार को भी बड़ी संख्या में यूपी-122 के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदर्शन कर रहे महिला कर्मचारियों की फोटो और एक संवाद अधिकारी का पत्र शेयर कर सरकार को घेरा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि, ये ‘डॉयल 100’ के किसी एक ‘संवाद अधिकारी’ का ‘पीड़ा-पत्र’ नहीं है बल्कि हर एक का है। मुख्यमंत्री जी से मिलने से पहले ही, रात भर ठंड में बैठकर अपनी मांग करने वाली बहन-बेटियों को सुबह हिरासत में ले लिया गया। भाजपा का नारी वंदन का सत्य रूप ‘नारी बंधन’ है। शर्मनाक, निंदनीय, असहनीय!
ये ‘डॉयल 100’ के किसी एक ‘संवाद अधिकारी’ का ‘पीड़ा-पत्र’ नहीं है बल्कि हर एक का है।
मुख्यमंत्री जी से मिलने से पहले ही, रात भर ठंड में बैठकर अपनी माँग करनेवाली बहन-बेटियों को सुबह हिरासत में ले लिया गया।भाजपा का नारी वंदन का सत्य रूप ‘नारी बंधन’ है।
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 7, 2023
बता दें कि, संवाद अधिकारी ने अखिलेश यादव को पत्र लिखा है, जिसमें लिखा गया है कि, 112 के संवाद अधिकारी हैं, पिछले 7 साल हम समान वेतन पर कार्य कर रहे हैं। टेंडर चेंज होने पर हमें यहां उम्मीद जगी हमारा बेतन बढ़ेगा। मौके पर हम अपना “वेतन 18 हजार इन हैंड” करने, की मांग कर रहें हैं। हमारी मांग पूरी नहीं कर रहे हैं।