अयोध्या स्टेशन पर पहुंचने से कुछ दूर पहले ट्रेन की रफ्तार कम हुई। इस दौरान आरोपियों को चेन पुलिंग की आशंका हुई, जिसके बाद वो ट्रेन से कूदकर भाग गए। इसके बाद ऑटो से अयोध्या आने के बाद अलग-अलग फरार हो गए। एसटीएफ को जांच में अनीस के मोबाइल की लोकेशन मिली, जिसके आधार पर आरोपियों को ट्रेस किया गया। वहीं, मुठभेड़ में आरोपी अनीश को एसटीएफ ने ढेर कर दिया है।
लखनऊ। सरयू एक्सप्रेस में महिला मुख्य आरक्षी पर हमला करने वाले एक अपराधी अनीस को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया, जबकि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि आरोपी आजाद और विशम्भर दयाल दुबे पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यूपी एसटीएफ की इस कार्रवाई के बाद स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, आरोपी ट्रेन में इस तरह की वारदात करते थे।
घटना के दिन आरोपियों ने ट्रेन में धारदार हथियार से हमला कर दिया था, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गयी थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो एसटीएफ को अनीस के मोबाइल की लोकेशन बीटीएस से मिली, जिसके समानांतर महिला आरक्षी और बाकी दोनों हमलावरों की लोकेशन भी मिल रही थी। इसके बाद एसटीएफ ने तीनों की तलाश शुरू की और एनकाउंटर में अनीस को ढेर कर दिया। उसके बाकी दोनों साथी भी पुलिस की गोली लगने से घायल हुए है।
ट्रेन धीमी होने पर कूदकर भागे आरोपी
बता दें कि, अयोध्या स्टेशन पर पहुंचने से कुछ दूर पहले ट्रेन की रफ्तार कम हुई। इस दौरान आरोपियों को चेन पुलिंग की आशंका हुई, जिसके बाद वो ट्रेन से कूदकर भाग गए। इसके बाद ऑटो से अयोध्या आने के बाद अलग-अलग फरार हो गए। एसटीएफ को जांच में अनीस के मोबाइल की लोकेशन मिली, जिसके आधार पर आरोपियों को ट्रेस किया गया। वहीं, मुठभेड़ में आरोपी अनीश को एसटीएफ ने ढेर कर दिया है।
ट्रेन में करते थे वारदात
स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने घटना के बाद प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि आरोपी ट्रेन में वारदात करते थे। तीनों आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। एनकाउंटर में मारे गए आरोपी अनीश पर छह गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज थे, जबकि आजाद पर एक दर्जन और विशम्भर दयाल पर तीन मुकदमें दर्ज थे।
30 अगस्त को हुई थी घटना
बता दें कि, मनकापुर से प्रयागराज जाने वाली सरयू एक्सप्रेस में 30 अगस्त की सुबह एक महिला मुख्य आरक्षी खून से लथपथ मिली थी। उसके चेहरे, माथे व गले पर धारदार हथियार से हमला किए जाने के निशान थे। साथ ही वह उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। जीआरपी ने उसे घायल अवस्था में श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया था, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया था। इस मामले में शुक्रवार यानी आज यूपी एसटीएफ और अयोध्या पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मुख्य आरोपी अनीस ढेर हो गया। जबकि उसके दो साथी एनकाउंटर में घायल हो गए हैं।