माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड की जांच आगे बढ़नी शुरू हो गयी है। एसआईटी शूटरों से पूछताछ कर इनके पीछे किसका हाथ है इसका पता लगाने में जुट गई है। अभी तक कहा जा रहा है कि शूटरों ने हत्याकांड को पूरी प्लानिंग के तहत अंजाम दिया है।
Atiq-Ashraf Murder Case: माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड की जांच आगे बढ़नी शुरू हो गयी है। एसआईटी शूटरों से पूछताछ कर इनके पीछे किसका हाथ है इसका पता लगाने में जुट गई है। अभी तक कहा जा रहा है कि शूटरों ने हत्याकांड को पूरी प्लानिंग के तहत अंजाम दिया है। दरअसल शूटरों का सटीक टाइमिंग से मौके पर पहुंचना, उनसे मोबाइल या रुपये बरामद न होना, तीनों का अलग-अलग जनपदों का होना, प्रयागराज से कोई पुराना कनेक्शन न होना, जैसी तमाम बातें थीं जो कुछ और ही इशारा कर रही थीं।
तो अतीक-अशरफ के पहुंचने से पहले शूटर पहुंचे अस्पताल?
बताया जा रहा है कि शूटर घटनास्थल पर वारदात से पहले ही पहुंच गए थे। उन्हें पल-पल की जानकारी भी मिल रही थी। अतीक-अशरफ के पहुंचते ही उन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया। इसके साथ वो वारदात के बाद भागने की भी कोशिश नहीं किए और मौके पर ही सरेंडर कर दिया। इससे साफ पता चलता है कि शूटरों ने पहले से ही पूरी प्लानिंग बनाई थी।
कैसे पहुंचे शूटर अस्पताल?
एसआईटी अब इस बात का पता लगाने में जुटी है कि तीनों शूटर अस्पताल कैसे पहुंचे थे। घटना के बाद वहां पर तीन संदिग्ध बाइक मिली थी लेकिन पूछताछ में साफ हो गया कि शूटर उस बाइक से नहीं आए थे। पुलिस सूत्रों का यह भी कहना है कि यह बाइकें अस्पताल के ही कर्मचारियों की थीं। ऐसे में सवाल उठता है कि तीनों शूटर वहां पर कैसे पहुंचे थे?