यूपी (UP) की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी (Barabanki) जिले में पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश की वजह आज भी बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इसका जायजा लेने जिले के प्रभारी और पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) शुक्रवार को पहुंचे थे, लेकिन यहां उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा है।
बाराबंकी। यूपी (UP) की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी (Barabanki) जिले में पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश की वजह आज भी बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इसका जायजा लेने जिले के प्रभारी और पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) शुक्रवार को पहुंचे थे, लेकिन यहां उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा है।
मंत्री पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद को देखकर स्थानीय लोग भड़क गए और मंत्री के सामने ही शिकायतों की झड़ी लगा। जितिन प्रसाद जब लोगों से बात कर रहे थे तभी पीड़ित शख्स ने गुस्से में देसी अंदाज में कहा कि 'साहब, एक हफ्ते से बिजली नहीं है। आपके आने से पहले दो मिनट के लिए आई थी। pic.twitter.com/rYmnd5xG7f
— santosh singh (@SantoshGaharwar) September 15, 2023
मंत्री पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) को देखकर स्थानीय लोग भड़क गए और मंत्री जी के सामने ही शिकायतों की झड़ी लगा। जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) जब लोगों से बात कर रहे थे तभी पीड़ित शख्स ने गुस्से में देसी अंदाज में कहा कि ‘साहब, यहां पर एक हफ्ते से बिजली नहीं है। आपके आने से पहले दो मिनट के लिए आई थी।
जिले के डीएम, एडीएम और एसडीएम लोगों का फोन नहीं उठाते हैं, जिसकी शिकायत पीड़ितों ने मंत्री से की
शख्स की बातें सुनकर मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) यह कहते हुए आगे बढ़ गए कि दिखवाते है चिंता न करो। उनके साथ चल रहे डीएम और एसडीएम व अन्य अधिकारी भी सिर झुकाकर आगे बढ़ गए। बता दें कि तीन दिन से जमुरिया नाले में आए सैलाब से आधा शहर पानी- पानी हो गया है। जिससे बिजली और पानी की समस्या आम जनमानस में बनी हुई है। बिजली की समस्या चौथे दिन भी बनी हुई है। अभी भी सैकड़ों परिवार अपना घर छोड़ कर नहीं गए। संक्रामक बीमारी अलग अपने पैर पसार रही है। इन मुश्किल हालात में भी जिले के डीएम, एडीएम और एसडीएम लोगों का फोन नहीं उठाते हैं, जिसकी शिकायत पीड़ितों ने मंत्री से की।
मंत्री जितिन प्रसाद का व्यापारियों ने किया घेराव
जब पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद (PWD Minister Jitin Prasad ) के गेस्ट हाउस पहुंचे तो वहां व्यापारियों ने घेर लिया। सभी ने बिजली और पानी की समस्या के साथ अधिकारियों के फोन न उठाने की शिकायत की। जिस पर मंत्री ने आश्वासन देकर सबको शांत कराया। मंत्री के पास व्यापार मंडल के व्यापारी भी आ गए और बोले- साहब, हम लोगों की दुकानों का लाखों का समान पानी में डूब कर खराब हो गया है। जितना मॉल खराब हुआ है उस पर जीएसटी (GST) न लिया जाए। सबकी बातें सुनकर मंत्री ने बताया कि हालात का जायजा लिया गया है। सभी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। कोई भी लापरवाही होगी तो इन लोगो पर एक्शन लिया जाएगा।
जब बेचारे सांसद जी इस हाल में हैं तो और लोगों का क्या होगा?
ये हैं बाराबंकी के भाजपा सांसद उपेंद्र सिंह रावत। जो अपने घर से निकल कर कहीं बाहर जा रहे हैं।
देख लीजिये और सोचिये! जब सांसद आवास के मार्ग का ये हाल है तो आम जन के आवास के राह की हालत क्या होगी?
अब जनता शिकायत तो ना ही करे। जब बिचारे सांसद जी इस हाल में है तो और लोगों का क्या… pic.twitter.com/zFQ8i0uU1K
— UP Congress (@INCUttarPradesh) September 13, 2023
दो दिन पहले बीजेपी सांसद उपेंद्र रावत (BJP MP Upendra Rawat) के आवास में भी तीन फीट तक पानी भर गया था। इस दौरान वो जायजा लेने के लिए घर से नेकर पहन कर ही निकल पड़े थे। उनके पीछे अधिकारी थे। सांसद का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। विपक्ष ने भी सांसद पर तंज कसा। कांग्रेस ने चुटकी लेते हुए ट्वीट (एक्स) में लिखा- अब जनता शिकायत तो न ही करे। जब बेचारे सांसद जी इस हाल में हैं तो और लोगों का क्या होगा?
इस बारे में जब बीजेपी सांसद उपेंद्र रावत (BJP MP Upendra Rawat) से वायरल वीडियो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने विपक्ष को लेकर कहा कि इन लोगो का दिमाग भ्रष्ट हो गया है। जो दिखाना चाहिए वो नहीं दिखा रहे। बाढ़ में क्या सांसद, विधायक आवास छोड़ देगा। मेरे वीडियो को गलत तरीके से वायरल किया जा रहा है।