Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. पर्दाफाश
  3. ठंड के मौसम में बच्चे हो या फिर बड़े डाइट में जरुर शामिल करें रागी की दलिया, ये है बनाने का तरीका

ठंड के मौसम में बच्चे हो या फिर बड़े डाइट में जरुर शामिल करें रागी की दलिया, ये है बनाने का तरीका

By प्रिन्सी साहू 
Updated Date

Image Source Google

लखनऊ में गुरुवार की सुबह हुई बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। इसी के साथ राजधानी में ठंड ने दस्तक दे दी है। ऐसे में बच्चों के खान पान का खास ध्यान रखने की जरुरत होती है। ताकि बच्चों के शरीर में गर्मी बनी रहे और बच्चों को ठंड से होने वाली बीमारियों से रक्षा की जा सके।

पढ़ें :- Benefits of eating porridge: ब्रेकफास्ट में डेली दलिया खाने मांसपेशियों का निर्माण और पेट के लिए भी होती है फायदेमंद

इललिए बाजरा, मक्का, रागी जैसे अनाज को डाइट में शामिल किया जाता है। बड़ों के साथ साथ बच्चों को भी ये चीजें खिलानी चाहिए। जिससे वो स्वस्थ्य और सुरक्षित रह सकते है। आज हम आपको रागी दलिया बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं।

रागी की दलिया बनाने के लिए ये है जरुरी सामग्री

आधा कप रागी पाउडर
दो कप दूध
50 ग्राम गुड़
2 चम्मच देसी घी

रागी की दलिया बनाने का ये है आसान सा तरीका

पढ़ें :- Benefits of eating cucumber: गर्मियों में खूब खायें खीरा, शरीर ठंडा रखने के अलावा होते हैं कई फायदे

रागी की दलिया बनाने के लिए सबसे पहले पैन में दो चम्मच देसी घी डालें। घी गर्म हो जाए तो इसमे रागी का आटा डालकर चलाएं। गैस पर धीमी आंच में रागी के आटे को तब तक भूनें जब तक कि इसमे से सोंधी महक ना आने लगे और आटा सुनहरा ना होने लगे। जब आटा सुनहरा महकने लगे तो इसमे गर्म दूध को डालकर चलाएं। ध्यान रहे कि इसे तब तक चलाना है जब तक कि रागी का आटा अच्छी तरह से मिक्स ना हो जाए। क्योंकि इसमे गुठलियां पड़ने का डर रहता है।

अच्छी तरह मिक्स करने के बाद गैस की फ्लेम को धीमा रखें और इसमे गुड़ को बारीक करके डाल दें। जब गुड़ पिघल जाए तो तेजी से इसे मिक्स करें। गाढ़ा होने तक पकाएं और फिर गैस की फ्लेम को बंद कर दें। वैसे आप चाहें तो दलिया में ड्राई फ्रूट्स पाउडर भी डाल सकते हैं।

लेकिन दलिया ज्यादा हैवी होने की वजह से डाइजेशन में मुश्किल कर सकती हैं। 3-4 साल के बच्चे के लिए भी शुरुआत में मात्र 3-4 चम्मच रागी के आटे से ही दलिया बनाएं। थोड़ी मात्रा में ही खिलाएं जिससे आसानी से पच जाए और बच्चे को कब्ज या डायरिया की समस्या ना हो।

Advertisement